चीन के बाद पाकिस्तान के बदले सुर, किया ऐसा काम

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आइशा फारुकी ने कहा, ‘पाकिस्तान की तनाव बढ़ाने की कोई मंशा नहीं है. हमने संयम बरतते हुए प्रतिक्रिया दी है.

 

हालांकि राजनयिक नियमों का उल्लंघन और भारत का लगातार आक्रामक रवैया क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है.’ पाकिस्तान ने गुरूवार को कहा कि उसने नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में भारत से निष्कासित किए जाने के मद्देनजर पड़ोसी देश के साथ तनाव बढ़ने से रोकने के लिए ‘संयम बरतते हुए प्रतिक्रिया’ दी है.

फारुकी ने दोहराया कि पाकिस्तानी अधिकारियों पर लगाए गए आरोप ‘झूठे’ एवं ‘बेबुनियाद’ हैं. उन्होंने भारत पर नियंत्रण रेखा पर ‘बिना उकसावे के गोलीबारी’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान ‘किसी भी आक्रामक कार्रवाई के खिलाफ अपना बचाव करने के लिए तत्पर है.’

उन्होंने चीन एवं भारत के बीच तनाव संबंधी प्रश्न के उत्तर में कहा कि पाकिस्तान चीन एवं भारत की सीमा के पास हालात पर नजर रखे हुए है और उसे उम्मीद है कि यह मामला आपसी सहमति से सुलझा लिया जाएगा.

बता दें कि भारत ने यहां पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में रविवार को देश में निषिद्ध करते हुए उन्हें 24 घंटे के अंदर देश छोड़कर जाने का आदेश दिया था.

लद्दाख में चीन (India-China Border Dispute) के 2 किलोमीटर पीछे हटने के बाद अब पाकिस्तान (Pakistan) के सुर भी बदले-बदले नज़र आ रहे हैं.

पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में भारत (India) से निष्कासित किए जाने के बाद आक्रामक नज़र आ रहा पाकिस्तान अब शांति और सद्भावना की बात कर रहा है.

गुरुवार को पाकिस्तान ने कहा कि हम भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव नहीं चाहते हैं और इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. पाकिस्तान ने अपने दोनों जासूसों को भी ‘निर्दोष’ बताया है.