पुराने साल में लोग देखते है ऐसे सपने और नया साल आते ही फिर से हो जाते है शुरू, देखें एक झलक

नया साल आ चुका है. उम्मीद है आपने ‘सेम टू यू’ मैसेज कॉपी करके रख लिया होगा. फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप, टिंडर, सब इसी से पटे पड़े होंगे. न्यू इयर पर ‘बोतल पूजन दिवस’ मनाने के अलावा जो काम सबसे ज्यादा किया जाता है वो है रिजोल्यूशन बनाना.

लोग अपनी औकात से आगे बढ़-बढ़कर न्यू इयर से पहले संकल्प लेते हैं फिर उनकी छीछालेदर करते हैं. इस साल कौन से रिजोल्यूशन टूटने वाले हैं, उन पर एक नजर:

1. जिम शुरू

ये हर मोटा-पतला इंसान करना चाहता है. पूरे साल मन बनाता है लेकिन हो नहीं पाता. न्यू इयर से इस शुभ काम की शुरुआत का संकल्प लेता है और उसी दिन आठ भटूरे चाप देता है. जिम तो हो नहीं पाता, सेहत की मैयत जरूर निकल जाती है. पहली तारीख को नहीं जा पाए तो 2nd जनवरी को जाने का कोई संयोग ही नहीं बनता.

2. नशा बंद

सुर्तीखोर लोग तंबाकू को तो नशा मानते ही नहीं हैं, उनका छोड़िए. गांजा, शराब, सिगरेट और पान मसाला के शौकीन लोग एक बार नशा कंपनियों को डरा देते हैं कि एक जनवरी से ये सब लेना छोड़ देंगे. लेकिन कंपनी मालिक अब समझदार हो चुके हैं. वो चिल्ड रहते हैं क्योंकि उन्हें पता है ये रिजोल्यूशन एक घंटे भी नहीं ठहरता.

3. सुबह उठना शुरू

ये जिम वाले से अलग है. हर आलसी का ये सपना होता है कि वह सुबह उठकर ‘टाइम मैनेजमेंट’ नाम की चिड़िया को पकड़ ले. लेकिन न्यू इयर तो ठंड में आता है यहां. सुबह रजाई संभालते संवारते चिड़िया उड़ जाती है और रिजोल्यूशन लेने वाला बिस्तर में सिकुड़ जाता है.

4. पढ़ाई शुरू

पढ़ाई करना ये स्टूडेंट्स का सपना होता है. पूरे साल पढ़ाई करना ऐसा सपना है जिसे हर स्टूडेंट पूरा करना चाहता है. इसके लिए 31 दिसंबर को प्रण लिया जाता है और 1 जनवरी को तोड़ दिया जाता है. फिर मार्च में जिस दिन एग्जाम शुरू होते हैं उसके एक दिन पहले क्वेश्चन बैंक खरीदी जाती है.

5. सोशल मीडिया बंद

सुबह से लेकर शाम तक, शाम से लेकर रात तक, रात से लेकर सुबह तक अब प्यार नहीं होता, ट्विटर और फेसबुक चलता है. युवा ही नहीं, बुजुर्ग भी इस टाइम नास करने वाली चीज से परेशान होकर 31 दिसंबर को तय करते हैं कि सोशल मीडिया बंद कर देंगे. लेकिन सुबह उठते ही सबको सेम टू यू बोलना रहता है, तो ये रिजोल्यूशन भी खेत रह जाता है.