बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव (BRI) भारत के लिए आर्थिक विकास के अवसरों के दरवाजे खोल सकती है।ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में कहा, ‘भारत का लंबे समय तक आर्थिक विकास चीन के प्रस्तावित BRI प्रॉजेक्ट के अनुरूप ही है।
BRI का मकसद देशों और क्षेत्र का साझा विकास है। इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए निवेश से BRI भारत को बड़ा मौका दे सकता है जिसे विदेशी निवेश आकर्षित करने और औद्योगिक विकास के लिए इस निवेश की सख्त जरूरत है।
भारत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से इस इलाके में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता रहा है। भारत के पास अब इसे फिर से शुरू करने का बड़ा मौका है। साथ अखबार के जरिए चीन ने भारत को राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरे होने की याद भी दिलाई है।
अखबार में लिखा गया है कि कोरोना संकट के बीच तमाम देश आर्थिक विकास दर को फिर से हासिल करना चाहते हैं। हिंद महासागर के आसपास का इलाका BRI के लिए बेहद अहम है।
लद्दाख में सैन्य गतिविधि बढ़ाने के बाद चालबाज चीन अब झांसेबाजी पर उतर आया है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) चीन ने पहले उकसावे की कार्रवाई की और भारत के तल्ख तेवर को देखते हुए अब लालच देने की रणनीति पर काम करने लगा है।
चीन ने बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव (BRI) पर भारत को बड़ा ‘ऑफर’ दिया है। आपको बता दें कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बालटिस्तान से होकर गुजरने वाले BRI का विरोध करता रहा है।