चीन-भारत के बीच चल रही तनातनी के बीच अब भारत के साथ 8वीं बार हुआ ये मोदी बोले …

भारत ने आतंकवाद से लड़ने और बहुपक्षवाद और समानता पर आधारित अंतरराष्ट्रीय प्रणाली के लिए प्रतिबद्धता के साथ अपना चुनाव अभियान चलाया. अपने अभियान दस्तावेज में, भारत ने ‘5-एस दृष्टिकोण’ सम्मान, संवाद, शांति और समृद्धि, को पेश किया.

निर्वाचित होने पर, भारत एक जनवरी को संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय का दो साल का कार्यकाल शुरू करेगा, जिसमें दो अस्थायी एशियाई सदस्यों में से एक के रूप में वियतनाम भी शामिल होगा. वियतनाम, इंडोनेशिया की जगह लेगा जो इस साल के अंत में अपना कार्यकाल पूरा कर लेगा.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच अस्थायी सदस्यों में भारत का भी चयन हुआ है. भारत की जीत एशियाई प्रशांत समूह के सर्वसम्मत समर्थन से तय है. संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देश मतदान में कोविड-19 के प्रति बरते जाने वाले एहतियाती उपायों पर अमल किया. प्रतिनिधि सामाजिक दूरी को बनाए रखने के लिए 20-20 के समूहों में महासभा कक्ष में मतदान के लिए गए. संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष तिजानी मुहम्मद-बांदे ने बुधवार को न्यूयार्क समयानुसार सुबह नौ बजे (भारतीय समयानुसार (आईएसटी) शाम 6:30 बजे) मतदान शुरू करने का ऐलान किया.

अस्थायी सदस्यों में भारत का चयन होने पर पीएम मोदी ने सभी का आभार व्यक्त किया. पीएम ने ट्विटर पर लिखा, “वैश्विक समुदाय से UN सुरक्षा परिषद में भारत की सदस्यता को लेकर मिले इस समर्थन के प्रति आभारी हूं. भारत सभी सदस्यों के साथ मिलकर वैश्विक शांति, सुरक्षा और इक्विटी के लिए काम करेगा.”

भारत का निर्वाचन सुरक्षा परिषद में ऐसे समय में हो रहा है जब भारत परिषद के वीटो अधिकार हासिल स्थायी सदस्य चीन के साथ एक गंभीर क्षेत्रीय संघर्ष में उलझा हुआ है, जो परिषद में एक तरह से पाकिस्तान का संरक्षक भी है.

.