चीन की अर्थव्यवस्था 2020 में 2.3 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी जो कि पिछले 45 साल में सबसे कम वार्षिक आर्थिक विकास दर थी। पिछले साल चीन की अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस महामारी का प्रभाव पड़ा लेकिन यह जल्द ही इससे उबरने में सफल रही।
वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पिछले साल (2020) चीन ने अपने रक्षा बजट को पिछले साल के 177.6 अरब डॉलर से बढ़ाकर 179 अरब डॉलर कर दिया था।
उन्होंने आगे कहा कि कोई देश दूसरों के लिए खतरा है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस प्रकार की रक्षा नीति अपनाता है। उन्होंने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास के मार्ग के लिए प्रतिबद्ध है और रक्षात्मक नीति का पालन करता है। बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर पिछले साल से ही तनाव जारी है। हालांकि, पैंगोंग लेक पर सहमति के बाद तनाव कम हुए हैं।
रक्षा बजट में वृद्धि का बचाव करते हुए एनपीसी के प्रवक्ता झांग यसुई ने बीजिंग में मीडिया से कहा कि रक्षा बजट में बढ़ोतरी राष्ट्रीय रक्षा को मजबूत करने के लिए किया गया है। चीन की कोशिश राष्ट्रीय रक्षा को मजबूत करने की है, किसी भी देश को निशाना बनाने या उसके लिए खतरा उत्पन्न करने की नहीं।
भारत और अमेरिका के साथ तनाव के बीच चीन ने अपने रक्षा बजट में भारी वृद्धि की है। चीन ने शुक्रवार को अपने रक्षा बजट को बढ़ाकर 209 बिलियन अमेरिकी डॉलर कर दिया, जो पिछले साल की तुलना में 6.8 फीसदी अधिक है।
इतना ही नहीं, चीन ने 2021 के लिए छह प्रतिशत से अधिक आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य तय किया है। रक्षा बजट में बढ़ोतरी की घोषणा चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग ने देश की संसद, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) में की।