चीन से तनाव के बीच भारत ने उठाया ये बड़ा कदम, लेह पर पहुंचे आर्मी चीफ , करने जा रहे ये एलान…

भारतीय सेना द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया कि 29 अगस्त और 30 अगस्त, 2020 की रात पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया और उसने यथास्थिति को बदलने के लिए सैन्य घुसपैठ भी की.

 

सेना ने कहा, “भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग झील के पास पीएलए की गतिविधि को नाकाम कर दिया. साथ ही हमारी स्थिति मजबूत करने और चीनी इरादों को विफल करने के लिए भी उपाय किए.”

बता दें कि भारत ने हाल ही में पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग सो क्षेत्र में यथास्थिति बदलने के लिए चीनी सेना द्वारा की जा रही घुसपैठ को नाकाम कर दिया. यह घटना शनिवार और रविवार की रात की है.

आर्मी चीफ के लेह दौरे से पहले एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कल यानी 2 सितंबर को पूर्वी वायु कमान में फ्रंटलाइन एयर बेस का दौरा किया था.

पूर्वी वायु कमान पहुंचने पर कमांडिंग एयर ऑफिसर्स ने उनका स्वागत किया. ऑफिसर्स ने एयर चीफ को लड़ाकू इकाइयों की ऑपरेशनल तैयारियों के बारे में अवगत कराया. सीएएस ने इस दौरान यूनिट्स की सेवा में तैनात एयर वॉरियर्स से भी मुलाकात की.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो दिन के दौरे में आर्मी चीफ नरवणे दक्षिण पेंगोंग इलाके में चीन की हरकत की जानकारी लेंगे. साथ ही चीनी जवानों को पीछे खदेड़ने वाले भारत के वीर जवानों से मुलाकात भी करेंगे. इसके अलावा नरवणे सेना के कई बड़े अधिकारियों से रणनीतिक हालात पर चर्चा कर सकते हैं.

भारत (India) और चीन (China) के रिश्ते में पिछले कई दिनों से तनातनी बनी हुई है. इस बीच आर्मी चीफ एम एम नरवणे (Army Chief Manoj Mukund Naravane) गुरुवार को अचानक लेह (Leh) दौरे पर पहुंचे हैं.

एमएम नरवणे यहां पर सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे. साथ ही सीनियर फील्ड कमांडर्स की ओर से आर्मी चीफ को एलएसी के जमीनी हालात के बारे में जानकारी दी जाएगी.

एमएम नरवणे दो दिन के लेह दौर पर पहुचे हैं. एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि आर्मी चीफ उन सैन्य टुकड़ियों की तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे जो पिछले तीन महीने से अधिक समय से चीनी सैनिकों के साथ झड़प के हालात का सामना कर रही हैं.