कोरोना के बीच किसानों ने किया ये काम, जानकर सरकार भी हुई हैरान

संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से डॉ दर्शन पाल ने बयान में कहा कि किसान बड़ी संख्या में विरोध स्थलों पर वापस आने की तैयारी कर रहे हैं. 23 अप्रैल ट्रैक्टर ट्रॉलियों में प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा काफिला सिंघु बॉर्डर के लिए हरियाणा के सोनीपत जिले के बरवासनी से रवाना होगा.

ये किसान किसान मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े हैं. इस काफिले में कई महिला किसान भी होंगी. गेहूं की कटाई के लिए गए किसान हजारों की तादाद में उत्साहपूर्वक वापस आ रहे हैं.

SKM ने आरोप लगाया कि जहां बीजेपी और केंद्र सरकार ने प्रदर्शनकारी किसानों पर दिल्ली शहर में ऑक्सीजन की आपूर्ति में बाधा डालने का आरोप लगाया है, वहीं यह देखा गया है कि पुलिस ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले ट्रकों को सही मार्ग की ओर इशारा करने की बजाय किसानों के धरना स्थलों की ओर गलत तरीके से रोक रही है. किसान मोर्चा ने कहा कि किसान संख्या में ज्यादा ज़रूर है, परंतु वे दूर-दूर बैठे हैं व जरूरी सेवाओ के लिए रास्ता खुला है.

सोनीपत के SP, CMO समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुई इस बैठक में सिंघु बॉर्डर से सयुंक्त किसान मोर्चा के नेता शामिल हुए. जल्द ही मुख्य सड़क का एक हिस्सा इमरजेंसी सेवाओं के लिए खोल दिया जाएगा. सयुंक्त किसान मोर्चा ने कहा कि उनके कारण किसी आम नागरिक को कोई समस्या न हो व कोरोना के खिलाफ जल्दी ही जंग जीती जाए.

संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेताओं ने गुरुवार को हरियाणा प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक बैठक की. इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ऑक्सीजन, एम्बुलेंस व अन्य जरूरी सेवाओं के लिए GT करनाल रोड का एक हिस्सा खोला जाएगा. जिस पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगाए रखा है.