त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के चुनावों में कांग्रेस को लगा करारा झटका , मिली बस इतनी सीटे

त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के चुनावों में कांग्रेस को करारा झटका लगा है। कहीं भी कांग्रेस सत्ता की रेस में नहीं है। चुनावी साल कहे जा रहे 2023 में उसके लिए यह बुरी खबर है। हालांकि इस बीच महाराष्ट्र की कसबा पेठ विधानसभा सीट से उसे गुड न्यूज मिलती दिख रही है।

यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार रविंद्र धनगेकर 4,400 वोटों से आगे चल रहे हैं। उनके मुकाबले भाजपा के हेमंत रसाणे दूसरे नंबर पर चल रहे हैं। अब तक नौ राउंड की गिनती हो चुकी है, जिसमें धनगेकर को 34741 वोट मिल चुके हैं, जबकि रसाणे को 30260 वोट हासिल हुए हैं।

इन दोनों ही सीटों पर पहले भाजपा के ही विधायक थे और यहां उपचुनाव के लिए 26 फरवरी को वोटिंग कराई गई थी। कसबा पेठ में भाजपा के विधायक मुक्ता तिलक और चिंचवाड़ में लक्ष्मण जगताप की मौत के चलते यहां उपचुनाव कराया गया है।

भाजपा और एकनाथ शिंदे की सरकार महाराष्ट्र में बनने के बाद यह पहला अहम चुनाव है। ऐसे में भाजपा या फिर किसी और की जीत मायने रखेगी। बता दें कि एकनाथ शिंदे ने बीते साल शिवसेना से बगावत करके भाजपा संग सरकार बना ली थी। इन उपचुनावों में भी कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के गुट ने मिलकर इलेक्शन लड़ा था।

अब तक कड़ा मुकाबला दिखा है, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार की बढ़त थोड़ी बड़ी हो गई है। वहीं चिंचवाड़ विधानसभा सीट पर भाजपा के अश्विनी जगताप 5 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। उन्हें अब तक 28020 वोट मिले हैं, जबकि उनके मुकाबले एनसीपी के नाना काटे को 23,083 वोट ही मिले हैं। फिलहाल मतगणना का 8वां राउंड चल रहा है और रुझानों में अंतर भी देखने को मिल सकता है। कसबा पेठ में 20 राउंड में मतों की गिनती होनी है, जबकि चिंचवाड़ में 37 राउंड में मतगणना की जाएगी। कसबा और चिंचवाड़ विधानसभा सीटें पुणे जिले में आती हैं, जहां भाजपा परंपरागत रूप से मजबूत रही है और कांग्रेस का भी अच्छा जनाधार रहा है।