कोरोना संकट में हिंदुस्तान ने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत लगाईं एक बड़ी छलांग, किया ये बड़ा काम…

कोरोना संकट के दौरान सामने आईं चुनौतियों को भारतीय कंपनियों व संस्थानों ने मौका के रूप में तब्दील किया है. पीपीई, मास्क व वेंटिलेटर की अपनी जरूरतें पूरी करने को हिंदुस्तान ने ‘मेक इन इंडिया ‘ के तहत बड़ी छलांग लगाई है.वहीं, हिंदुस्तान को 75,000 वेंटिलेटर की जरूरत थी. पहले से उपलब्धता का आकलन करने के बाद 61,000 वेंटिलेटर की कमी पूरी की जानी थी. लगभग 60,000 वेंटिलेटर आपूर्ति करने के लिए नौ घरेलू निर्माताओं को चुना गया.

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ‘हिन्दुस्तान’ से बोला कि हम चाइना के बाद पीपीई का सबसे ज्यादा निर्माण कर रहे हैं लेकिन हमने अभी निर्माण प्रारम्भ किया है. अगले छह महीने में हिंदुस्तान 250 निर्माताओं के जरिए चाइना को पीछे छोड़ देगा. अब हम निर्यात भी करेंगे व एक बड़े वैश्विक भूमिका के रूप में उभरेंगे. पूरी संसार को पीपीई चाहिए व हिंदुस्तान यह पूरा करेगा.