प्रेगनेंसी में भुट्टे का सेवन करने से महिलाओ व बच्चो के स्वास्थ पर पड़ता है यह प्रभाव

गर्भावस्‍था में आपको अपनी स्वास्थ्य के साथ-साथ बेबी की स्वास्थ्य का भी ख्‍याल रखना महत्वपूर्ण होता है ऐसे में आपको बड़े बूढ़े ये राय देते हैं कि हेल्दी खाएं  अच्छे से रहें इसलिए इस दौरान डॉक्‍टर आहार पर विशेष ध्‍यान देने की सलाह देते हैं अगर आप भी गर्भवती हैं तो अपनी डाइट में भुट्टा (Corn in pregnancy) यानी कॉर्न जरूर शामिल करें इससे आपका होने वाला बच्‍चा स्वास्थ्य वर्धक होगा आज हम आपको भुट्टे के फायदा बताने जा रहे हैं कि प्रेगनेंसी में इसका क्या प्रभाव पड़ता है

क्‍या हैं फायदे
भुट्टे में उपस्थित पोषक तत्‍वों से बुढापे में हड्डियों के टूटने के चांस कम होता है  गुर्दे सामान्य काम करते हैं इसे खाने से डायजेशन अच्‍छा रहता है इससे कब्ज, बवासीर  पेट के कैंसर के होने की आसार दूर होती है भुट्टा दिल की बीमारी को भी दूर करने में सहायक है क्‍योंकि इसमें विटामिन सी, कैरोटिनॉइड  बायोफ्लेविनॉइड पाया जाता है यह कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को बढने से बचाता है  शरीर में खून के फ्लो को भी बढाता है

गर्भावस्‍था में है जरूरी
इसका सेवन प्रेगनेंसी में भी बहुत लाभदायक होता है इसलिये गर्भवती स्त्रियों को इसे अपने आहार में जरुर शामिल करना चाहिये इसमें फोलिक एसिड पाया जाता है जिसकी कमी से होने वाला बच्‍चा अंडरवेट होने कि सम्भावना है  कई अन्‍य बीमारियों से पीडि़त भी आयरन की कमी की वजह से एनीमिया की बीमारी हो जाती है, इसलिये इसको दूर करने के लिये भुट्टा खाना चाहिये क्‍योंकि इसमें विटामिन बी  फोलिक एसिड होता है जिससे एनीमिया दूर होता है

कैसे खाएं भुट्टा
भुट्टे से आप न केवल कई सारी टेस्‍टी डिश बना सकते हैं बल्कि यह स्‍वास्‍थ्‍य के हिसाब से भी बहुत लाभदायक होता है बरसात के दिनों में लोग भुट्टे को भूनकर खूब चाव से खाते हैं इसके अतिरिक्त भुट्टे को उबालकर इसकी चाट भी बनाई जा सकती है आप चाहें तो इसके उबले दानो को सलाद में भी शामिल कर सकते हैं कॉर्न सैंडविच तो हर मौसम में खूब पसंद किया जाता है