लद्दाख में उतरी भारी सेना, चली सकती गोलीया, बड़े पैमाने पर…

सूत्रों के मुताबिक, 29 से 31 अगस्त के बीच जो झड़प और घुसपैठ की कोशिश हुई थी, तब भी पैंगोंग लेक के दक्षिणी छोर पर फायरिंग हुई थी. तब भारतीय सेना ने चीन को घुसपैठ करने से रोका था.

 

तब भी हालांकि वार्निंग शॉट ही थे. इस दौरान हल्की मशीन गन और असॉल्ट रायफल का इस्तेमाल किया गया था. इसके बाद भी बॉर्डर पर वार्निंग शॉट की कुछ घटनाएं सामने आई थीं.

आपको बता दें कि मई के बाद से तनाव की स्थिति बरकरार है. लेकिन अगस्त के आखिरी हफ्ते में फायरिंग की घटना ने माहौल को बिगाड़ दिया. मंगलवार को ही लोकसभा में राजनाथ सिंह ने इस पूरे मसले पर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन ने समझौतों का उल्लंघन करते हुई सीमा पर जवानों की संख्या को बढ़ाया है.

सेना के अफसरों की मानें तो 7-8 सितंबर के बीच भारतीय सेना ने अब साउथ बैंक से लेकर नॉर्थ बैंक तक अपनी मौजूदगी को बढ़ा दिया है. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने कई इलाकों में भारतीय पोजिशन में घुसपैठ की कोशिश की. इस दौरान उन्हें रोकने की कोशिश की गई, इस दौरान कुछ वार्निंग शॉट भी दागे गए.

भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव पूरी तरह से कम नहीं हुआ है. बॉर्डर पर चीन हलचल बढ़ा रहा है और भारत उसपर नजर रखे हुए है. पैंगोंग बैंक में जब भारतीय सेना ने साउथ बैंक इलाके में अपनी मौजूदगी बढ़ाई तो चीन ने नॉर्थ बैंक पर हलचल तेज कर दी. लेकिन वो किसी भी तरह की चाल चलने में सफल नहीं हो सका.

लद्दाख के पैंगोंग इलाके में चीन की ओर से बार-बार घुसपैठ की कोशिश की जा रही है. नॉर्थ ब्लॉक से लेकर साउथ ब्लॉक तक पर चीन की नजर है लेकिन भारतीय सेना ने भी अपनी मौजूदगी को बढ़ा दिया है.