दिल्ली में हिंसा के चलते हुआ ये, रोते नजर लोग

दिल्ली में भड़की हिंसा के शिकार 10 पीड़ितों द्वारा याचिका की गई है। पीड़ितों ने भाजपा नेताओं कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा और अनुराग ठाकुर और भड़काऊ बयानबाजी करने वाले अन्य नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

 

इसके अलावा इस याचिका में दिल्ली के बाहर से अफसरों द्वारा एसआईटी का गठन कर हिंसा की जांच कराए जाने की मांग भी की है।

उनकी मांग हैं कि हिंसा प्रभावित इलाकों में कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए आर्मी बुलाई जाए।उनकी खोज में उनका परिवार दर दर भटकता रहा जब तक कि जीटीबी अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें शनिवार रात को शवदाग्रह में उन शवों में देखने को कहा जिनकी पहचान नहीं हो पाई थी.

वहां जाकर उनकी तलाश समाप्त हुई.प्रेम सिंह उन 48 लोगों में है जोकि दिल्ली में पिछले हफ्ते हुए सांप्रदायिक दंगों में अपनी जान गवां चुके हुए है. उनके परिवार में उनकी पत्नी, तीन बच्चे और बुज़ुर्ग मां शामिल है .

जिनके रुदन से ब्रिजपुरी में गूंजती रही जब रविवार रात उनकी अंतिम यात्रा निकली. रिक्शाचालक 27 वर्षीय प्रेम सिंह पूर्वोत्तर दिल्ली में फैले दंगों के तीसरे दिन यानि मंगलवार को गायब हो गए. वो घर से बाहर अपने बच्चों के लिए दूध खरीदने गए थे, पर वापिस लौटे ही नहीं.