बिहार में भाजपा फिर करने जा रही ये काम , सभी नेता तैयार

लोजपा के इकलौते विधायक राजकुमार ने चिराग पासवान का दामन छोड़ जदयू का हाथ थामा है। उन्हें सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में जदयू की सदस्यता दिलाई गई। इससे पहले लोजपा के 200 से ज्यादा नेता जदयू में शामिल हो चुके हैं। इससे लोजपा को तगड़ा झटका लगा है।

दरअसल मटिहानी से विधायक राजकुमार सिंह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के द्वारा कारण बताओ नोटिस से नाराज चल रहे थे। जिसके बाद उन्होंने जेडीयू में शामिल होने का मन बना लिया था और इसलिए वह बगावत पर उतर आए।

इसके पीछे तर्क दियाया गया है कि पार्टी अब अपने जनाधार को राज्य में मजबूत करना चाहती है। वह आगे भी बड़े भाई की भूमिका में ही रहना चाहती है इसलिए ऐसे सभी नेताओं को पार्टी में शामिल करने की तैयारी है जो भाजपा को फायदा पहुंचा सकते हैं।

विधानसभा चुनाव के ठीक पहले जिस तरह से कई भाजपा नेताओं ने पार्टी का दामन छोड़कर चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी का हाथ थामा था । उस समय से ही कई सारे कयास लगाए जा रहे थे।

अब जब भाजपा राज्य में बड़ा भाई बन चुकी है नीतीश कुमार तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं और चिराग पासवान का वजूद ही खत्म होने के कगार पर है , तो भाजपा ने उन बागी नेताओं पर नरमी दिखाना शुरू कर दिया है।

ऐसे संकेत हैं की पार्टी उन नेताओं को दोबारा भाजपा में शामिल कर सकती है। इसके साथ ही उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी नहीं की जाएगी। जागरण के अनुसार 60 से अधिक विधायक घर वापसी कर सकते हैं।