अयोध्या में मारे गये कारसेवकों के नाम बनेगा ये , योगी सरकार ने किया ऐलान

एक तरफ राम मंदिर के निर्माण कार्य में तेजी और दूसरी तरफ कारसेवकों के नाम से सड़क निर्माण की घोषणा भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रणनीति की तरफ इशारा करती है. भाजपा यूपी में अपना हार्डकोर हिंदू वोट खोना नहीं चाहती.

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर योगी सरकार रणनीति तैयार कर रही है. सूत्रों की मानें तो केंद्रीय कैबिनेट के बाद यूपी कैबिनेट में भी फेरबदल की चर्चा तेज है. योगी सरकार भी वोटबैंक का ध्यान रख रही है ऐसे में जिनका जनाधार ज्यादा है उन्हें भी अवसर देने की योजना है ताकि चुनाव में भाजपा के ऐसे वर्ग के नेता पार्टी का पूरे उत्साह के साथ प्रचार कर सकें. यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के इस बयान को भी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण काम में तेजी आयी है. राम मंदिर की नींव पर लगने वाले पत्थरों की पहली खेप पहुंच चुकी है. पत्थरों का संत समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. राम मंदिर के नींव भराई का काम तेजी से चल रहा है. इन पत्थरों को मिर्जापुर के खदान से लाया गया है. नींव का काम पूरा हो जाने के बाद इन पत्थरों का इस्तेमाल किया जायेगा.

उन्होंने कहा, कार सेवक साल 1990 में अयोध्या आये थे. सभी भगवान राम के दर्शन करना चाहते थे लेकिन समाजवादी पार्टी की सरकार ने उन पर गोलिया चलवा दी और निहत्थे राम भक्त मारे गये.आज मैं यह घोषणा करता हूं यूपी में सड़क का निर्माण ऐसे लोगों के नाम से किया जायेगा जिन्होंने इस आंदोलन में अपनी जान गंवा दी.

अयोध्या में भव्य राम मंदिर तैयार हो रहा है. अब राम मंदिर के आंदोलन में शामिल रहे लोगों के लिए भी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान दिया है.