भारत से डरा चीन कर रहा ये काम, जानकर लोग हुए हैरान

चीनी दूतावास ने कहा कि पिछले कई वर्षों में कन्फ्यूशियस संस्थानों ने चीन-भारत के लोगों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान में चीनी भाषा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह आमतौर पर भारतीय शिक्षा समुदाय द्वारा मान्यता प्राप्त है।’

 

मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों ने कन्फ्यूशियस संस्थानों को लेकर अलर्ट जारी करने के बाद मोदी सरकार इनके खिलाफ कड़े कदम उठा सकती है।

एजेंसियों ने यह भी बताया था कि कई केंद्रीय विश्वविद्यालय और संस्थान केंद्र से बुनियादी मंजूरी के बिना चीनी संस्थानों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए आगे बढ़ गए थे।

बीजिंग ने बयान जारी कर मंगलवार को कहा कि नई दिल्ली से भारत-चीन उच्च शिक्षा के साथ ‘निष्पक्ष तरीके’ से व्यवहार करे। चीनी दूतावास ने भारत से कहा कि वह दोनों देशों के बीच ‘सामान्य सहयोग पर राजनीतिकरण’ से बचें। साथ ही दोनों देशों के लोगों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बनाए रखें।

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने चीन के कन्फ्यूशियस संस्थानों के भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ किए गए समझौतों की समीक्षा का फैसला किया है। इसके शुरू किए जाने के 24 घंटे पहले ही ड्रैगन डर गया है।