घर घर जाकर मुसलमानों से ऐसे सवाल पूछ रहे स्वास्थ्य कर्मचारी, कहा:’जमात से कोई संबंध…’

दुनिया भर में तबलीगी जमात से जुड़े हुए लोगों के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थिति मरकज की हैसियत तीर्थस्थल जैसी है. इसीलिए लॉकडाउन के बावजूद यहां 2000 से ज्यादा लोग इकट्ठा थे,हमने कई सारे सवालों को शामिल किया है. जिसमें क्या किसी को बुखार है अथवा नहीं! क्या किसी ने हाल के दिनों में मरकज में शिरकत किया है. जमात से किसी का कोई संबंध है?

जिसकी वजह से दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद सहित 7 लोगों के खिलाफ महामारी कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

साउथ दिल्ली की असिस्टेंट कलेक्टर अंकिता मिश्रा ने टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में बताया कि सबसे पहले गली से निकलने की इजाजत किसी को नहीं है. हर गली के हिसाब से चार से पांच किराना दुकानदारों का नंबर शेयर किया गया है. अपनी जरूरत के हिसाब से लोग दुकान में फोन करेंगे. दुकानदार सामान लेकर बैरिकेटिंग किए स्थान तक आएगा. जहां दिल्ली पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम उस सामान को संबंधित घर तक पहुंचाएगी.

तबलीगी जमात के सदस्यों में बड़ी तादाद मुसलमानों के कम पढ़े-लिखे तबके की है. हालांकि, बिजनेसमैन, इंजीनियर, डॉक्टर और साइंटीस्ट भी तबलीगी जमात से जुड़े हए हैं. तबलीगी जमात यानी मुस्लिमों में ऐसे लोगों का समूह जो धर्म के प्रचार-प्रसार को समर्पित हो. ये इस्लाम की देवबंदी विचार धारा से प्रभावित और प्रेरित है.