ओवैसी को नहीं मिली कोलकाता में जाने की इजाजत, इस बड़े नेता ने लगाई रोक

इसी बीच पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में बंगाल के हुगली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘दंगाबाज’ और ‘धंधाबाज’ करार दिया।

 


वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी हर तबके के बीच पैठ बनाने की कोशिश में जुटी है.

आज पश्चिम बंगाल के एक दिवसीय दौरे पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा कोलकाता में लक्खो सोनार बांग्ला अभियान की शुरुआत करेंगे। इसी दौरान वे बुद्धिजीवियों से संवाद करेंगे और जूट मिल मजदूर के घर लंच करेंगे।

हसन ने बताया, हमने इजाकात के लिए 10 दिन पहले आवेदन दिया था, मगर आज हमें पुलिस ने सूचित किया कि वे हमें रैली करने की इजाकात नहीं देंगे। हम टीएमसी के ऐसे हथकंडों के आगे झुकेंगे नहीं।

हम चर्चा करेंगे और कार्यक्रम की नई तारीख बताएंगे। कोलकाता पुलिस ने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार दिया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद सौगत रॉय ने रैली के लिए इजाकात नहीं मिलने में अपनी पार्टी की भूमिका से इनकार किया।

एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कोलकाता में गुरुवार को होने वाली रैली को पुलिस से अनुमति नहीं मिलने की वजह से रद्द कर दिया गया है।

पार्टी के सूत्रों ने बताया कि ओवैसी को अल्पसंख्यक बहुल मेतियाब्रुका इलाके में रैली के जरिए बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election 2021) से पहले पार्टी का प्रचार अभियान का आगाका करना था। एआईएमआईएम के प्रदेश सचिव जमीर उल हसन ने बताया कि पुलिस ने रैली के लिए उन्हें इजाजत नहीं दी।