पाकिस्तान में कोरोना की चपेट में आए सैकड़ों पुलिसकर्मी, तेजी से फ़ैल रहा संक्रमण

स्वास्थ्य सचिव सैयद इम्तियाज शाह ने कहा कि 40 और उससे अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को अन्य नागरिकों की तरह वैक्सीन लगाई जा रही है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास बेहद ही कम संसाधन है, इसलिए अलग से पूरी पुलिस फोर्स को वैक्सीन लगाना संभव नहीं है.

प्रांत के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस सनाउल्लाह अब्बासी ने कहा कि सरकार को पुलिस बल को वैक्सीन लगाने के लिए प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया है. उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर वर्कर्स की तरह पुलिसकर्मी भी फ्रंटलाइन पर खड़े होकर वायरस से लड़ रहे हैं. अब्बासी ने कोरोना से मरने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारों को राहत पैकेज देने की मांग भी की है.

खैबर पख्तूनख्वा में पहले बड़ी संख्या में हेल्थ केयर वर्कर्स कोरोना की चपेट में आए और अब कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भी इस वायरस से दो-चार होने पर मजबूर होना पड़ा है. प्रांत में सैकड़ों पुलिसकर्मी इस संक्रामक बीमारी की चपेट में आए हैं.

इसके बाद भी फोर्स को पूरी तरह से वैक्सीनेट नहीं किया गया है. इमरान की पार्टी की नाकामियों का ही नतीजा है कि प्रांत में 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं.

जबकि 44 पुलिसकर्मियों की अब तक मौत हो चुकी है. पेशावर में 151 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए, जबकि 13 की मौत हुई है. वहीं, हजारा डिविजन में 434 पुलिसकर्मी वायरस की चपेट में आए और 10 की मौत हुई.

पाकिस्तान में कोरोनावायरस (Coronavirus in Pakistan) की तीसरी लहर जारी है, हर दिन बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. इस खतरनाक वायरस की चपेट में पाकिस्तान (Pakistan) के पुलिसकर्मी (Policemen) भी आ रहे हैं.

लेकिन इमरान खान (Imran Khan) की सरकार का इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है. इस वजह से पुलिसकर्मियों के बीच सरकार को लेकर खासा नाराजगी है. इमरान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (PTI) की खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) में सरकार है, जहां सैकड़ों पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं. यही हाल देश के अन्य प्रांतों का भी है.