अयोध्या विवाद के बाद इस राज्य में जारी हुआ हाई अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुना दिया। फैसले के बाद बनारस में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल और सीआरपीएफ के जवान मार्च करते दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही आला अधिकारी भी सड़कों पर रूट मार्च कर रहे हैं। अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने विवादित जमीन पर रामलला के हक में निर्णय सुनाया। शीर्ष अदालत ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को राम मंदिर बनाने के लिए तीन महीने में सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर ट्रस्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। अदालत ने कहा कि 02.77 एकड़ जमीन केंद्र सरकार के अधीन ही रहेगी। साथ ही मुस्लिम पक्ष को नई मस्जिद बनाने के लिए अलग से पांच एकड़ जमीन देने के भी निर्देश हैं। इसके अलावा कोर्ट ने निर्मोही अखाड़े और शिया वक्फ बोर्ड के दावों को खारिज कर दिया है। हालांकि निर्मोही अखाड़े को ट्रस्ट में जगह देने की अनुमति को स्वीकार कर लिया गया है।

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर जिले को चार जोन, आठ सेक्टर और 26 सब सेक्टर में बांट कर सुरक्षा व्यवस्था की कार्ययोजना तैयार की गई है। जोन की मॉनीटरिंग एडीएम व एडिशनल एसपी, सेक्टर की मॉनीटरिंग सीओ व एसडीएम और सब सेक्टर की मॉनीटरिंग एसीएम व इंस्पेक्टर के जिम्मे है। जिले में तैनात पुलिस बल के अतिरिक्त पांच कंपनी पीएसी और चार कंपनी सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है। स्कूल-कालेजों को सोमवार 11 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है।

हनुमान फाटक के पास लोगों से क्षेत्र के माहौल पर बातचीत करते एडीजी व कमिश्नर

जिले की शांति और कानून व्यवस्था के मद्देनजर सभी थानेदारों को कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में दंगा नियंत्रण उपकरणों से लैस टीम के साथ भ्रमणशील रह कर माहौल पर नजर रखेंगे। शहर की ऊंची इमारतों पर रूफ टॉप फोर्स तैनात है। पानी की टंकियों को वॉच टावर बनाया गया है। ड्रोन कैमरों से शहर के मिश्रित आबादी वाले इलाकों की निगहबानी की जाएगी।