महाराष्ट्र में एक मुस्लिम संस्था ने एक हिंदू के शव का अंतिम संस्कार कर मानवता की मिसाल पेश की है. मृतक के अपने परिजनों ने शव को स्वीकार करने से इंकार कर दिया था. जिसके बाद अकोला कुच्छी मेमन जमात ने अंतिम संस्कार की जिम्मेवारी उठाई.
शनिवार को जमात के सदस्यों ने श्मशान घाट पर चिता को आग दी.” अमरावती डिविजनल कमिश्नर पियूष सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी को 23 मई को अकोला सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उसी दिन शाम में अस्पताल को सूचना मिली कि उसका पति घर में गिर गया है. उसके बाद एंबुलेंस भेजा गया मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.”पूरी प्रक्रिया के दौरान उनके कार्यकर्ता सुरक्षा के उपकरण पहन कर अंतिम संस्कार को अंजाम देते. रविवार को भी हिंदू शख्स की चिता को आग लगाते वक्त उनके कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा उपकरण पहन रखा था.