दिल्ली में हुई भारी बारिश , तोड़े अब तक के सभी रिकॉर्ड

राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. के. जिनामणि ने कहा, ”मई आमतौर पर सूखा रहता है। सामान्यत: दिल्ली में इस महीने 24 घंटों में अधिकतम 30 मिमी या 40 मिमी बारिश होती है।

यह अरब सागर से आ रही और पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क से पूरी तरह अलग व्यवस्था है। चूंकि इसके विशेष गुण दुर्लभ है तो इतनी बारिश होना हैरानी की बात नहीं है।” आईएमडी ने कहा कि बृहस्पतिवार को बारिश कम हो सकती है।

मूसलाधार बारिश से बुधवार को सफदरजंग में अधिकतम तापमान गिरकर 23.8 डिग्री सेल्सियस रह गया। बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 19.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

श्रीवास्तव ने कहा, ”सफदरजंग में बुधवार को अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 1951 के बाद से यह सबसे कम अधिकतम तापमान है।”

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बुधवार को चक्रवात तूफान ताउते और एक पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क के कारण बारिश हुई।

15 मिमी. से कम की बारिश को हल्की, 15 से 64.5 मिमी. के बीच की बारिश को मध्यम, 64.5 मिमी. से 115.5 मिमी. के बीच की बारिश को भारी, 115.6 से 204.4 के बीच को बहुत भारी बारिश माना जाता है। 204.4 मिमी़ से अधिक की बारिश को अत्यधिक भारी बारिश माना जाता है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि शहर में बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 16 डिग्री कम 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 1951 के बाद से मई में सबसे कम अधिकतम तापमान है।

आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ”दिल्ली में बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे से बृहस्पतिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रिकॉर्ड 119.3 मिमी. बारिश हुई। राष्ट्रीय राजधानी में 1976 में 24 मई को 24 घंटों की अवधि के दौरान 60 मिमी. बारिश हुई थी।”

20 मई दिल्ली में चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ और पश्चिमी विक्षोभ के कारण बृहस्पतिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 119.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिसने मई में बारिश के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।