नागपुर में जब से टीम इंडिया के गेंदबाज दीपक चाहर ने बांग्लादेश के विरूद्ध हैट्रिक ली है, तभी से ये शब्द हर ओर गूंज रहा है। अब तो हालत ये हो गई है कि हैट्रिक ना होने पर भी उसे हैट्रिक बताए जाने की गलती की जा रही है।
हम बात कर रहे हैं बीसीसीआई की जो हर 3 विकेट को हैट्रिक बताने पर तुली हुई है। दरअसल बीसीसीआई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दीपक चाहर के एक ओवर में तीन विकेटों को हैट्रिक बताया था, लेकिन नियम के मुताबिक वो हैट्रिक थी नहीं। दीपक चाहर ने 2 विकेट लेने के बाद वाइड गेंद फेंकी थी व इसके बाद उन्होंने तीसरा विकेट लिया था जिसे बीसीसीआई ने हैट्रिक करार दिया था। अब एक बार फिर बीसीसीआई ने वही गलती दोहरा दी है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बीसीसीआई से गलती
चंडीगढ़ क्रिकेट स्टेडियम में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का मैच खेला जा रहा है, जिसमें चंडीगढ़ की टक्कर छत्तीसगढ़ से हो रही है। मुकाबले में चंडीगढ़ के मीडियम पेसर जसकरनदीप सिंह ने 3 विकेट लिए, जिसे बीसीसीआई ने हैट्रिक बता दिया।
बीसीसीआई डोमेस्टिक के ट्विटर हैंडल से ट्विटर हैंडल से लिखा है गया कि जसकरनदीप सिंह की हैट्रिक हो गई है जबकि ऐसा हुआ ही नहीं। जसकरनदीप सिंह ने मैच में 3 विकेट लिए व उन्हें पहला विकेट दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर मिला। दूसरा विकेट उन्होंने चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर लिया व तीसरा विकेट उन्हें 17वें ओवर की पहली गेंद पर मिला। इस तरह से ये कहीं से भी हैट्रिक नहीं थी लेकिन बीसीसीआई ने इसे हैट्रिक बताकर बड़ी चूक कर दी।