कलौंजी के तेल से दूर करे बालो की समस्या

कलौंजी के तेल का एंटीऑक्सीडेंट गुण स्कैल्प पर सूजन को कम करता है, इस तरह बैक्टीरिया और फंगस के कारण स्किन संक्रमण से राहत देता है और बालों के विकास को बढ़ावा देता है. कलौंजी के तेल को नियमित तौर पर लगाने से रोम के उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी धीमी होती है और बालों को पतला होने से रोकता है.

अपनी हथेलियों में दो चम्मच कलौंजी का तेल डालें और हथेलियों को एक दूसरे के खिलाफ गर्म करने के लिए मलें. आहिस्ता से अपने स्कैल्प पर तेल का मसाज करें. तेल को करीब 30-60 मिनट तक रहने दें और फिर किसी अच्छे शैंपू से अपने बालों को धो लें. इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो से तीन बार दोहराएं.

तेल को ब्लैक सीड्स के बीज पीसकर निकाला जाता है. ब्लैक सीड्स वार्षिक फूल वाला पौधा भारत के कई हिस्सों में पाया जाता है. ब्लैक सीड्स को अलग-अलग नामों जैसे कलौंजी, ब्लैक क्यूमिन से भी जाना जाता है. उसका इस्तेमाल एलर्जी, अस्थमा, डायबिटीज, सिर दर्द, वजन कम करना, गठिया, पेट में कीड़े और एलर्जी की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है. अब, कलौंजी के तेल का अर्क स्किन केयर और हेयर केयर प्रोडक्ट्स में भी इस्तेमाल हो रहा है.

बालों का झड़ना और समय से पहले बाल सफेद होना इन दिनों दो प्रमुख समस्याएं हैं. जरूरी है कि समस्या का समाधान शुरू में ही कर लिया जाए ताकि नुकसान पर नियंत्रण पाया जा सके. 50-100 बालों से अधिक गुच्छों का गिरना चिंताजनक हो सकता है. इसके लिए आपको कलौंजी के तेल की तरफ रुख करना चाहिए क्योंकि बालों का झड़ना और समय से पहले सफेद होना बालों की देखभाल के मुद्दे का ये अच्छा समाधान देता है.