गुतारेस ने अमेरिका में प्रदर्शनकारियों को लेकर की ये अपील…घुटनों से गर्दन को ….

प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों के इसकी जद मे आने पर गुतारेस के ट्वीट संदेश का प्रवक्ता ने जिक्र किया। इस ट्वीट में गुतारेस ने कहा था, जब पत्रकारों पर हमला होता है तो, यह हमला समाज पर भी होता है।

फ्लॉयड (46) की बर्बरता पूर्वक हत्या के विरोध में पूरे अमेरिका में हजारों लोग सड़कों पर उतर आये हैं। फ्लॉयड को पिछले हफ्ते मिनियापोलिस में एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने जमीन पर गिरा दिया था और घुटनों से उसकी गर्दन को दबाए रखा था जिससे उसकी मौत हो गई।

अमेरिका में अफ्रीकी मूल के अमेरिकी व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में हुयी मौत के खिलाफ विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण तरीके से आवाज उठाने की अपील करते हुये संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने अधिकारियों से प्रदर्शनकारियों के प्रति संयम बरतने का आह्वान किया है।

इन प्रदर्शनों में पांच लोगों की मौत हुयी है, हजारों लोग गिरफ्तार किये गये हैं और करीब 40 शहरों में कफ्यरू लग गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति को व्हाइट हाउस के एक बंकर में छिपने के लिये मजबूर होना पड़ा है।

प्रेस की आजादी के बगैर कोई भी लोकतंत्र काम नहीं कर सकता है और पत्रकारों के बगैर समाज भी निष्पक्ष नहीं हो सकता है। पत्रकार सत्ता की गड़बड़ियों की जांच करते हैं और सत्य बोलते हैं।

फ्लॉयड ने कहा था, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं । प्रदर्शनकारियों ने उनके इस जुमले को अपना नारा बनाया है और इस बर्बरता के लिये पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

दुजारिक ने कहा कि दुनिया के किसी भी अन्य देश की तरह, अमेरिका में :सामाजिक: विविधता एक समृद्धि है और यह कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा, लेकिन किसी भी देश में विविध समाजों की सफलता के लिए सामाजिक सामंजस्य की आवशय़कता होती है ।

अमेरिका के कुछ शहरों में प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद प्रदर्शकारियों की भीड़ को तितर बितर करने के लिये पुलिस ने आंसु गैस के गोले छोड़े ।