महाराष्ट्र की राजनीति में बढ़ते क्लेश ने लिया बड़ा रूप, 78 घंटे में ही सीएम देवेंद्र पर मंडराया ये संकट

महाराष्ट्र में राजनीति चरम पर है। 78 घंटे में ही सीएम देवेंद्र फड़नवीस सरकार संकट में आ गई है। 23 नवंबर को देवेंद्र फड़नवीस और राकांपा के अजित पवार ने शपथ ली थी।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में बगावत कर बीजेपी का समर्थन करने वाले अजित पवार ने मंगलवार को उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा देवेंद्र फड़नवीस को सौंपा है।

अब भाजपा-एनसीपी सरकार पर संकट हो गई है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को अजित पवार ने शरद पवार से भी मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस दौरान शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटिल मौजूद थे। बैठक में अजित पवार से कहा गया कि वापस आ जाएं। उनसे कहा गया कि इस्तीफा दे दें या कल विधानसभा की बैठक से बाहर रहें। सूत्रों ने बताया कि अगर अजित पवार ऐसा नहीं करते हैं तो एनसीपी के पास आप्शन बी तैयार है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बागी नेता अजित पवार ने 23 नवंबर की सुबह को बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया था। इसके बाद उन्होंने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्यपाल ने देवेंद्र फड़नवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी। राज्यपाल के फैसले को कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सुप्रीम कोर्ट ने कल तक फ्लोर टेस्ट कराए जाने का आदेश दिया। इस बीच अजित पवार ने पद से इस्तीफा दे दिया है।