अमेरिका और चीन के बीच बड़ा तनाव, रवाना किया जंगी बेडा

इस वर्ष अमेरिका का यह सातवां ऑपरेशन था और 20 मई के बाद पहला। कुछ ही दिनों पहले डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की त्से इंग-वेन ने ताइवान की राष्ट्रपति के रूप में दूसरी बार कार्यकाल संभाला है। गुरुवार को चीन में तियानमेन स्क्वायर की 31वीं वर्षगांठ थी, जिसके चलते ताइवान और हांगकांग में इसकी बरसी मनाई गई।

पीएलए इस समय नौसैनिक अभ्यास कर रहा है, जिसे ताइवान पर कब्‍जा करने रूप में देखा जा रहा है। बुधवार को चीन के संचालित सीसीटीवी ने बताया कि PLA 73वें समूह की सेना की टुकड़ी ने समुद्र के टैंकों और दूसरे हथियरों के साथ समुंद्र में अभ्यास किया।

एक अलग रिपोर्ट में CCTV ने कहा कि PLA 74वीं समूह की सेना ने 50 से अधिक टैंकों, बख्तरबंद वाहनों और पैदल सेना से लड़ने वाले वाहनों के लिए एक बड़े नागरिक मालवाहक जहाज का इस्तेमाल किया था।

चीन और अमेरिका के बीख तनाव एक बार फिर से गहराता जा रहा है। अमेरिका ने 1989 तियानमेन स्क्वायर की सालगिरह पर एक अमेरिकी नौसेना पोत को ताइवान की तरफ रवाना किया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि युद्धपोत ने पिछले दिन एक ‘साधारण मिशन’ के तहत निकला था और हम इसपर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।

फुजियान और ग्वांगडोंग के तटीय प्रांतों में क्रमशः 73वें और 74वें समूह को ताइवान पर लैंडिंग मिशन के लिए मुख्य दलों के रूप में देखा जाता है।

चीन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि बीजिंग अभी भी ताइवान के साथ शांतिपूर्ण बातचीत को प्राथमिकता देता है, जिसे वह अपना हिस्‍सा मानता है।यह ऐसे समय में किया गया है जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) स्व-शासित ताइवान की पास युद्ध अभ्‍यास में लगी हुई है।

यूएस पैसिफिक फ्लीट ने अपने फेसबुक पेज पर यूएसएस रसेल के ताइवान में भेजने की पुष्टि की है। संयुक्त राज्य के इस ऑपरेशन ने बीजिंग में गुस्से को और भी ज्‍यादा भड़काया दिया है और वाशिंगटन के साथ तनाव में इजाफा किया।