चक्रवात ‘यास’ से निपटने के लिए सरकार ने शुरू की ये तैयारी , सेना को किया तैयार

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे घबराएं नहीं, सतर्क रहें और अधिकारियों की सलाह का पालन करें। उन्होंने कहा कि लगभग हर साल हम चक्रवातों का सामना कर रहे हैं लेकिन इस बार कोविड महामारी ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।

हर जीवन को मूल्यवान बताते हुए, सीएम पटनायक ने कहा कि वर्तमान स्थिति में हमारा सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य निचले इलाकों और असुरक्षित घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है। उन्होंने जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को निकालने की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करें।

उन्होंने मुख्य सचिव को चक्रवात की तैयारी गतिविधियों की नियमित निगरानी करने और जिला प्रशासन को आवश्यक सलाह देने के भी निर्देश दिए।

उन्होंने सभी तटीय और आसपास के जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने और भारी बारिश और चक्रवात से निपटने के लिए हर संभव एहतियाती कदम उठाने का भी निर्देश दिया।

मुख्य सचिव एस सी महापात्रा ने कहा कि राज्य किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील इलाकों से निकाले गए लोगों के रहने के लिए चक्रवात आश्रय स्थल तैयार रखे गए हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को तूफान से निपटने की तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की। उन्होंने प्रशासन को उत्तरी ओडिशा से 26 मई को टकराने वाले चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयारी करने का निर्देश दिया।

सीएम पटनायक ने वर्चुअल मोड के माध्यम से चक्रवात का मुकाबला करने के लिए की गई तैयारी की समीक्षा करते हुए कहा कि ओडिशा आपदा प्रतिरोधी है और राज्य सरकार किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

ओडिशा सरकार चक्रवाती तूफान ‘यास’ से निपटने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 22, ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल (ओडीआरएएफ) की 66 टीमों और अग्निशमन दलों की 177 टीमों को तैनात किया है।

केंद्र सरकार ने चक्रवाती तूफान के पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटों से टकराने की संभावना को देखते हुए राज्य सरकारों की ओर से किये जाने वाले राहत एवं बचाव अभियानों में मदद के लिए नौसेना, थल सेना, वायु सेना एवं तट रक्षक बलों को तैयार रखा गया है।