आज कोरोना वैक्सीन को लेकर देशभर में होने जा रहा ये, जाने कैसी है तैयारी

झारखंड के पांच जिलों कांची, पूर्वी सिंहभूम, चतरा, पलामू पाकुड़ में कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन होना है. टीकाकरण अभियान के लिए 7000 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है.

जम्मू-कश्मीर में तीन जिलों के 9 अस्पतालों में ड्राई रन होना है. जम्मू संभाग के एक जिले (जम्मू) कश्मीर घाटी के दो जिलों (श्रीनगर कुलगाम) में यह ड्राई रन होगा.

पूरे देश में एक साथ होने वाले ड्राई रन पर स्वास्थ्य विभाग की टीम नजर रखेगी. दो दिन तक ड्राई रन चलने के बाद, एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इसके बाद स्‍टेट लेवल पर बनी टास्‍क फोर्स उसका रिव्‍यू करेगी. अबतक देश के चार राज्यों पंजाब, असम, गुजरात आंध्र प्रदेश में ही ऐसा ड्राई रन किया गया था. इन चारों राज्यों में ड्राई रन को लेकर अच्छे रिजल्ट सामने आए थे.

बिहार में पटना, बेतिया जमुई में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर ड्राई रन किया जाएगा. ड्राई रन में हर प्वाइंट पर 25 हेल्थ वर्कर्स को उपस्थित रहना अनिवार्य है. इन्हीं पर वैक्सीन लगाने का ट्रायल किया जाएगा.

ड्राई रन वैक्सीनेशन को लेकर एक तरह की मॉक ड्रिल होती है. इसमें पूरी प्रक्रिया का पालन ठीक उसी तरह किया जाता है जैसा वैक्सीनेशन के लिए होती है. इसमें सिर्फ रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाता है.

ड्राई रन में डमी वैक्सीन को कोल्ड स्टोरेज से वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाया जाएगा. इस दौरान वैक्सीन को सेंटर तक ले जाने में आने वाली किसी भी तरह की परेशानी को देखा जाता है. पूरी प्रक्रिया की रियल टाइम मॉनीटरिंग की जाती है.

कोरोना वैक्सीन को लेकर देशभर में आज से ड्राई रन शुरू किया जाएगा. यह ड्राई रन देश के हर राज्य में कम से कम दो-दो शहरों में आयोजित किया जाएगा. इसी के आधार पर वास्तविक टीकाकरण अभियान को पूरे राज्य में अंजाम दिया जाएगा.

इस ड्राई रन के दौरान कोई वैक्‍सीन इस्‍तेमाल नहीं होगी. ड्राई रन के जरिए यह टेस्‍ट किया जाएगा कि सरकार ने टीकाकरण का जो प्‍लान बनाया है, वह असल में कितना मुफीद है. इसके अलावा सरकार Co-WIN ऐप के जरिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी टेस्‍ट करेगी.