आसानी से मिलेगा फ्री राशन, सरकार कर रही ये काम

कोरोना काल में बंट रहे सरकारी अनाज का सरकार सोशल ऑडिट करा रही है। लखनऊ से आईं टीमें शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर कार्डधारकों से सीधे बात करेगी। टीमों को यह पता लगाना है कि राशन बांटने में घटतौली तो नहीं हो रही है।

इस पूरी प्रक्रिया से पूर्ति विभाग दूर है। सोशल ऑडिट की रिपोर्ट खाद्य आयुक्त को सौंपी जाएगी। जांच में मिली खामियों के दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।

पूर्ति विभाग के एक सूत्र का कहना है कि ऑडिट टीम शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में काम कर रही हैं। वहां पर टीम रैंडमली कार्डधारकों को बुलाकर उनसे वितरण की पूरी हकीकत जान रही है। इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार का कहना है कि सोशल ऑडिट हो रहा है। यह हर तीन महीने पर होता है। जांच रिपोर्ट सीधे खाद्य आयुक्त को प्रेषित की जाएगी।

सितंबर माह के दूसरे चरण का राशन वितरण सोमवार से शुरू हुआ। सुबह 7 बजे शुरू हुआ वितरण शाम तक जारी रहा। शहर और देहात क्षेत्र में राशन के लिए सुबह से ही लाइन लग गई थीं। दुकानों पर कार्डधारकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि वितरण के पहले दिन शाम तक 70 हजार से अधिक कार्डधारकों को राशन मिल चुका था।