कोरोना संकट के बीच अमेरिका से भारत पहुंचा चौथा विमान , चिकित्सकीय सामग्री के साथ…

रक्षा मंत्री ने कहा, ”इस पूरी प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों का यह वीरतापूर्ण प्रयास है।”अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने पत्रकारों को बताया कि यह हमारे मित्र ”भारत” की मदद के लिए किये जा रहे सरकारी प्रयासों का एक हिस्सा है।

इस बीच यूएस इंडिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स (यूएसआईसीओसी) फाउंडेशन ने 32 पोर्टेबल वेंटिलेटर की खेप भेजी। फाउंडेशन अगले कुछ दिनों में कई ऑक्सीजन सांद्रकों के अलावा 25 वेंटिलेटर की तीसरी खेप भी भेजेगा।

आईएसीसीजीएच अध्यक्ष तरुश आनंद ने कहा, ”भारत में जो कुछ भी हो रहा है वह हृदयविदारक है। यह देखना उत्साहजनक है कि भारतीय अमेरिकी समुदाय भारत के लोगों की मदद के लिए एकजुट हुआ है।

कई लोगों ने निजी तौर पर और कई संगठनों ने दान देकर इस प्रयास का समर्थन किया है।”ह्यूस्टन के उद्यमी और दाउदी बोहरा समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले अबीजर तैयबजी ने एक लाख डॉलर की राशि दान में दी है।

यूएस इंडिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स ऑफ डल्लास-फोर्ट वर्थ और इंडो-अमेरिका चैम्बर ऑफ ग्रेटर ह्यूस्टन (आईएसीसीजीएच) ने समूचे टेक्सास के भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों के सामूहिक प्रयास के लिए एकसाथ हाथ मिलाया है।आईएसीसीजीएच के कार्यकारी-संस्थापक निदेशक जगदीप अहलुवालिया ने समुदाय के संगठनों और कारोबारियों को इस प्रयास का श्रेय दिया।

कोविड-19 महामारी के बीच मदद के लिए अमेरिका से आवश्यक जीवनरक्षक चिकित्सकीय सामग्री के साथ चौथा विमान भारत पहुंच गया। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इस पूरी प्रक्रिया में शामिल लोगों की प्रशंसा करते हुए इसे वीरतापूर्ण प्रयास बताया है।

ऑस्टिन ने बुधवार को भारत में अमेरिकी सैन्य विमान की तीन तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, ”अब तक हमने 10 लाख रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट, 545 ऑक्सीजन सांद्रक, 1,600,300 एन95 मास्क, 457 ऑक्सीजन सिलेंडर, 440 रेगुलेटर, 220 पल्स ऑक्सीमीटर और 1 डिप्लॉयबल ऑक्सीजन सांद्रक प्रणाली के साथ चार विमान भारत भेजे हैं।”