बच्चे के माता-पिता नाजिया और आरिफ बाटला हाउस इलाके में प्लास्टिक और पुराने कपड़े से बनी छोटी सी झुग्गी में रहते हैं।
उनके दो और बच्चे हैं- पांच साल की बेटी और एक साल का बेटा।शाहीनबाग में खुले में प्रदर्शन में हिस्सा लेने के दौरान चार माह के इस बच्चे को ठण्ड लग गई थी, जिससे उसे भयंकर जुकाम और सीने में जकड़न हो गई थी।
बच्चे की मौत भी उसकी मां के प्रदर्शन में हिस्सा लेने के हौसले को कमजोर नहीं कर पाई है। उनका कहना है यह मेरे बच्चों के भविष्य के लिए है।
मूल रुप से उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले दंपति मुश्किल से अपना रोज़मर्रा का खर्च पूरा कर पाते हैं। आरिफ कढ़ाई का काम करते हैं और ई-रिक्शा भी चलाते हैं।
चार माह के मोहम्मद जहां को उसकी मां रोज शाहीनबाग के प्रदर्शन में ले जाती थी। वहां प्रदर्शनकारी उसे अपनी गोद में लेकर खिलाते रहते थे।
वह शाहीनबाग में हो रहे प्रदर्शन का अनिवार्य हिस्सा बन गया था। मोहम्मद अब कभी शाहीनबाग में नज़र नहीं आएगा। पिछले सप्ताह ठण्ड लगने के कारण उसकी मौत हो गई है।