अमेरिका पर हुए 9/11 हमले में जुड़े इस देश के तार, मिला ये बड़ा सबूत

सैन डियागो (San Diego) में 9/11 हमले की एफबीआई की ओर से की गई शुरुआती जांच का नेतृत्‍व करने वाले रिचर्ड लैम्‍बर्ट ने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता है कि इतने समय बाद भी अमेरिका के लोगों से सच्‍चाई को छुपाकर क्‍यों रखा गया है?’

 

न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स मैगजीन की इंवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में आतंकी हमले (Terrorist Attack) को लेकर ऐसी जानकारी भी दी गई है, जो पहले कभी सामने नहीं आई थी.

रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी का एक स्‍टूडेंट उमर अल-बयूमी दो हाईजैकर्स (Hijackers) को जानता था. एक जांच अधिकारी को ऐसे सबूत मिले, जिनसे साफ होता था कि उसे पहले से आतंकी हमले की जानकारी थी. इसके बाद भी वरिष्‍ठ अधिकारियों ने उसे बरी कर दिया.

 अल-बयूमी के इंग्‍लैंड (England) में बर्मिंघम के घर से एक जासूस को स्‍पाइरल नोटबुक मिली थी. इस नोटबुक में एक हवाईजहाज का हाथ से बनाया गया डाइग्राम मिला था, जो जमीन पर हमला करने जा रहा है.

एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके एक एफबीआई एजेंट ने कहा कि नोटबुक पर बनाया गया डाइग्राम फ्लाइट 77 की तरह जमीन की ओर बढ़ते हवाईजहाज का फार्मूला था.

फ्लाट 77 को हाज़मी और मिहदर ने हाईजैक किया था. इस विमान से पेंटागन (Pentagon) पर हमला किया गया था. अल-बलूमी को हिरासत में लेने के बाद नोटबुक और इसमें मौजूद सामग्री पर ध्‍यान ही नहीं दिया गया.

जांच के सुपरवाइजर जोसेफ फोयल्‍श ने कहा कि बेशक यह ठोस सबूत नहीं था, लेकिन आगे की जांच में मदद करने लायक साक्ष्‍य था.

अमेरिका की जांच एजेंसी फेडरल ब्‍यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (FBI) ने 11 सितंबर 2001 को वर्ल्‍ड ट्रेड सेंटर (WTC) अमेरिका में एकसाथ कई जगह किए गए हमलों की एक दशक से ज्‍यादा वक्‍त तक गोपनीय तरीके से जांच की.

एफबीआई एजेंट्स को 9/11 आतंकी हमलों में सऊदी अरब सरकार की भूमिका के परिस्थितिजन्‍य साक्ष्‍य (Circumstantial Evidence) मिले, लेकिन ऐसा एक भी ठोस सबूत नहीं मिला जिसके दम पर आरोप लगाया जा सके.

वरिष्‍ठ अधिकारियों की ओर से टीम को जांच बंद कर देने की सलाह के बाद एक एफबीआई एजेंट ने वर्षों तक इस जांच में एजेंसी की मदद की.

अब राष्‍ट्रपति प्रशासन से जुड़े तीन अधिकारियों ने अलकायदा के हमले में सऊदी सरकार (Saudi Arabia Government) की संभावित भूमिका से जुड़ी सूचनाओं पर गोपनीयता (Secrecy) की दीवार खड़ी कर दी है.