अमेरिका के पूर्व समाचार एंकर ने किया चौंकाने वाला दावा; ओबामा के समर्थन को छल बताया

अमेरिका के पूर्व समाचार एंकर ने राष्ट्रपति जो बाइडन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि डेमोक्रेट के कई प्रमुख नेताओं ने सलाह दी है कि बाइडन का दिमाग खराब हो चुका है। इसलिए अब समय आ गया है कि उन्हें इस पद की दौड़ से हटा देना चाहिए।

बराक ओबामा का समर्थन कपट भरा
पूर्व समाचार एंकर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर भी पोस्ट कर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बराक ओबामा का बाइडन को समर्थन करना छल भरा है। वह निजी तौर पर डेमोक्रेट्स को बता रहे हैं कि राष्ट्रपति बाइडन नहीं जीतेंगे।

गौरतलब है, ओबामा ने बाइडन और ट्रंप के बीच हुई प्राथमिक बहस के बाद मौजूदा राष्ट्रपति के प्रति अपना समर्थन जताया था। उन्होंने यह माना था कि कई बार खराब बहस हो जाती हैं।

अगर ट्रंप को जेल हुई तो…
इस बीच, पूर्व एंकर ने कहा कि इस समय अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप न केवल रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं, बल्कि प्रभावी रूप से संभावित राष्ट्रपति भी हैं। उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप को सलाखों के पीछे डाल दिया जाता है, यह देखना जरूरी है कि हर कोई सहमत हो कि उन्होंने कुछ गलत किया है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे सिस्टम को खत्म करने का खतरा उठाएंगे।

बाइडन का समय अब पूरा हुआ
अमेरिकी समाचार एंकर ने कहा, ‘बाइडन का समय अब पूरा हो चुका है। इस पर दांव लगा सकते हैं। बहुत से डेमोक्रेट नेताओं ने सुझाव दिया है कि उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है। वह पहले की तरह काम नहीं कर सकते। उन्हें बाइडन को हटाना ही होगा और वे ऐसा करेंगे। अब सवाल बस यह उठता है कि आखिर कब हटाया जाएगा। यदि वे चालक हैं तो इसे तुरंत करेंगे। अगर कमला उम्मीदवार बनती हैं तो उन्हें पहले अध्यक्ष भी बनना पड़ेगा।’

ट्रंप की सजा पर संशय
उन्होंने आगे कहा, ‘वहीं, ट्रंप और 11 जुलाई को उनकी सजा को लेकर सवाल उठता है। बाइडन का पतन इसे पहले की तुलना में बहुत अधिक खतरनाक बनाता है। इस समय ट्रंप न केवल रिपब्लिकन उम्मीदवार हैं, बल्कि प्रभावी रूप से संभावित राष्ट्रपति हैं। यदि आप उन्हें जेल में डालने जा रहे हैं, तो यह किसी बहुत गंभीर अपराध के लिए बेहतर होगा, जिसके लिए सभी सहमत हैं कि उन्होंने ऐसा किया है। अन्यथा आप सिस्टम को पूरी तरह से और हमेशा के लिए खत्म करने का खतरा उठाते हैं। हम खतरे में हैं। डेमोक्रेट्स को पीछे हटने की जरूरत है।’