चीन के दौरे पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री , एक बार फिर उठाया कश्मीर का मुद्दा

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि चीनी पक्ष ने माना कि कश्मीर मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच इतिहास से विवादित है.

 

इस मुद्दे का हल संयुक्त राष्ट्र चार्टर, सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के जरिए शांतिपूर्ण और उचित ढंग से किया जाना चाहिए. चीन ने स्थिति को जटिल बनाने वाली किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध जताया है.

चीन और पाकिस्तान की ओर से जारी साझा बयान में कहा गया है कि दोनों देश क्षेत्र के सभी विवाद और मुद्दों को समानता और आपसी सम्मान के आधार पर बातचीत से सुलझाने पर सहमत हुए.

बयान के मुताबिक, पाकिस्तान ने चीनी पक्ष को जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी, इसमें चिंताएं, स्थिति और मौजूदा मुद्दे शामिल हैं.

कुरैशी ने ट्वीट कर कहा, शांतिपूर्ण, स्थिर एवं समृद्ध दक्षिण एशिया के लिए एक समान नजरिया साझा किया. कश्मीर को लेकर चीन के दृढ़ समर्थन की तारीफ की.

साथ ही यह दोहराया कि कश्मीर विवाद का हल संयुक्त राष्ट्र के नियमों, सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के जरिए होना चाहिए. एकतरफा कार्रवाई का विरोध होना चाहिए.

एजेंसी के मुताबिक, दोनों नेताओं की बातचीत के बाद साझा बयान जारी किया गया. इसमें कहा गया कि दोनों देशों ने इस बात पर जोर दिया कि शांतिपूर्ण, स्थिर, सहकारी और समृद्ध दक्षिण एशिया सभी देशों के हित में है.

कुरैशी और वांग के बीच यह बातचीत चीन के चेंगदू शहर में हुई. इस बातचीत में पाकिस्तान की ओर से आईएसआई डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट फैज हामिद भी शामिल हुए. बातचीत के दौरान कुरैशी ने कश्मीर का मुद्दा भी उठाया.

कुरैशी ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा. उन्होंने इस मुद्दे पर चीन से मिले सहयोग की भी सराहना की. दो दिन में यह दूसरा मौका है, जब पाकिस्तान ने कश्मीर का जिक्र किया.

इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीओके में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि इस्लामाबाद कश्मीर के लोगों को यह फैसला लेने देगा कि वे पाकिस्तान के साथ आना चाहते हैं या स्वतंत्र राष्ट्र बनना चाहते हैं.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन के दौरे पर हैं. कुरैशी ने शनिवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों देशों ने अपने रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया.