मिडिल क्लास के लिए है ये खाता, मिल रहा तगड़ा ब्याज, पैसे और टैक्स दोनों की सुरक्षा से जुड़े टिप्स

छोटी बचत योजनाओं में पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय विकल्प है. इस बार सरकार ने पीपीएफ खातों के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और इन खातों के लिए इंटरेस्ट रेट को 7.9 फीसदी पर ही बरकरार रखा है.

इस तरह आप पीपीएफ खातों पर करीब 8 फीसदी की दर से ब्याज दरों का फायदा उठा सकते हैं. हालांकि क्या आप जानते हैं कि पीपीएफ खातों में आप इस तरह से निवेश कर सकते हैं कि आपको तगड़ा ब्याज मिल सकता है.

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पीपीएफ खातों में आपको मासिक आधार पर ब्याज मिलता है और ये ब्याज हर महीने की 5 तारीख से लेकर उस महीने की आखिरी तारीख तक कैलकुलेट किया जाता है. आपके खाते में 5 तारीख को जो जमा बैलेंस है और महीने की आखिरी तारीख को जो रकम जमा है उस पर आपके ब्याज का कैलकुलेशन होता है. लिहाजा आपके लिए ये जरूरी है कि आपको अगर खाते में पैसे जमा करने हैं तो आप हर महीने की 5 तारीख से पहले इसे खाते में जमा कर दें जिससे आपको पूरा ब्याज मिल सके.

हर साल की 31 मार्च को पीपीएफ खातों का साल भर का ब्याज अकाउंट में क्रेडिट किया जाता है. हालांकि इसकी गणना मासिक आधार पर की जाती है.

पीपीएफ खातों में मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है और अगर इस खाते में आप नियमित तौर पर निवेश करते हैं तो आपकी जमा रकम अच्छी खासी बढ़ सकती है.

पीपीएफ खाता बच्चों के लिए भी खोला जा सकता है और इसके जरिए आपका उनका भविष्य सुरक्षित बना सकते हैं.

पीपीएफ खातों में आप साल भर में 1.5 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश नहीं कर सकते हैं और अगर आपने बच्चों का भी अकाउंट खोला हुआ है तो इसका और आपका खाता मिलाकर भी आप साल भर में 1.5 लाख रुपये से ज्यादा का इंवेस्ट नहीं कर सकते हैं.

आप साल भर में 12 बार से ज्यादा पीपीएफ खातों में रकम जमा नहीं कर सकते हैं और इस राशि की अधिकतम लिमिट भी 1.5 लाख रुपये ही है.

कंपाउंडिग का फायदा
पीपीएफ खातों में आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है जैसे कि अगर आपके खाते में 1 महीने में 10,000 रुपये हैं और अगले महीने आप खाते में 5 तारीख से पहले फिर 10,000 रुपये जमा कराते हैं तो आपको दोनों महीनों की सम्मिलित राशि 20,000 रुपये पर ब्याज कैलकुलेट होगा. इसी तरह अगर आप हर महीने खाते में पैसे जमा कराते जाते हैं तो पिछली जमा राशि के आधार पर आपके ब्याज की गणना होगी.