पांच साल में पहली बार हुआ ये, आगे बढ़ेंगे…

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया है कि लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण वेदर सिस्टम बन रहे हैं. वातावरण में नमी बढ़ते ही गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने लगती हैं.

 

इस तरह की स्थिति पड़ोस के राज्यों में भी बनी रही है. इससे तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है. शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात बना हुआ है.

बता दें की इससे रविवार को शक्तिशाली होकर उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ने के संकेत मिले हैं. ऊर्जावान बनने के लिए यह तूफान वातावरण से नमी खींच रहा है.

इस कारण से रविवार से आसमान साफ होने लगेगा. साथ ही दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है. दो दिन बाद गर्मी के तेवर काफी तीखे भी हो सकते हैं.

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान के वजह से वातावरण से नमी कम होने लगेगी. इससे रविवार से गर्मी के तेवर धीरे-धीरे तीखे होने की संभावना है.

मौसम विज्ञान केंद्र के प्रवक्ता के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री दर्ज हुआ,जो सामान्य से 1 डिग्री कम रहा. न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रिकार्ड हुआ,जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक रहा. शाम के वक्त बैरागढ़,शाहपुरा इलाके में हल्की बौछारें भी पड़ीं

लॉकडाउन की वजह से प्रकृति पर अच्छा असर पड़ा है. वहीं, पांच वर्ष में गर्मी के सीजन में अप्रैल माह के बाद अभी तक मई माह का मौसम का मिजाज ठंडा ही बीता है. इसका कारण राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में आए दिन आंधी-बारिश की स्थिति बनना बताई जा रही है. .