कोरोना महामारी के बीच इस राज्य में आई बाढ़ , 113 की गई जान

गंगा नदी का खतरे का निशान 34.7 मीटर है जबकि बूढ़ी गंडक नदी का खतरे का निशान 36.60 मीटर है। कोसी और बागमती नदियोंं में पानी निरंतर घट रहा हैं।

 

हालांकि अभी भी दोनों खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैंं। जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 1.55 मीटर ऊपर दर्ज किया गया जो एक दिन में 0 .10 मीटर कम हुआ है। बागमती नदी का जलस्तर बीते एक दिन में 0.11 मीटर कम हुआ है।

देश में मानसूनी बारिश के कारण कई राज्यों में लगातार बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इनमें बाढ़ से सबसे ज्यादा बिहार और असम प्रभावित हुए हैं। इन दोनों ही राज्यों में लाखों लोग बाढ़ की चपेट में हैं और कई जिले बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। असम…

खगड़िया जिले के सभी सात अंचलों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की निगाहें प्रमुख चार नदियों के जलस्तर पर टिकी हुई हैंं। शुक्रवार की सुबह कोसी और बागमती नदियां शांत होकर लोगों को अपना आशीर्वाद देती नजर आईंं वहीं गंगा और बूढ़ी गंडक नदी अपनी दहलीज लांघ कर लोगों के दिलों को दहला रही हैंं।

गंगा और बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा नदी का जलस्तर एक दिन में 0.6 मीटर बढ़कर खतरे के निशान से 0.52 मीटर ऊपर पहुंच गया है जबकि बूढ़ी गंडक नदी 0.3 मीटर बढ़कर खतरे के निशान से 0.71 मीटर ऊपर बह रही है।