बिहार में बाढ़ के हालात, लाल निशान के पार सात नदियां

पुनपुन नदी का जल स्तर बुधवार को भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा था. हालांकि मंगलवार की अपेक्षा कम दर्ज किया गयी है. सीओ इंद्राणी कुमारी की मानें तो नदी का जल स्तर प्रति घंटा दो सेंटीमीटर कम हो रहा है. इस बीच पुनपुन प्रखंड की बरावां पंचायत स्थित सपहुआ में पुनपुन नदी के तटबंध से हुए रिसाव से गांव में पानी फैलना शुरू हो गया.

सूचना पाकर मौके पर पहुंचीं सीओ ने मजदूरों से बालू की बोरियां लगवा बंद कराया. उधर बरावां पंचायत का शेखपुरा गांव के दर्जन भर घरों में पानी घुस गया. बरावां पंचायत के परामर्शी समिति अध्यक्ष अंजनी देवी ने बताया कि पुनपुन प्रखंड का बरावां पंचायत हमेशा से बाढ़ से ग्रसित रहा है. पंचायत की सीमा से तीन-तीन नदियां पुनपुन, दरधा व मोरहर गुजरी है.

इस वजह से जब भी नदी का जल स्तर बढ़ता है, बरावां पंचायत सबसे अधिक प्रभावित हो जाता है. जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता भोला शरण ने बताया कि पुनपुन नदी का निचले इलाके में स्थित कुछ तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ गया है. विभाग निगरानी रखे हुए है.

गंगा नदी का जल स्तर बुधवार को पटना जिले के हाथीदह में लाल निशान के 23 सेंमी ऊपर दर्ज किया गया. इसके पहले सोमवार से ही गांधी घाट में गंगा लाल निशान के 48 सेंमी ऊपर है. गुरुवार को इसे भागलपुर जिले के कहलगांव में लाल निशान के पार करने की संभावना है. पुनपुन नदी पटना जिले के श्रीपालपुर में खतरे के निशान से ऊपर थी.

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कोसी नदी खगड़िया जिले के बलतारा में, अधवारा नदी दरभंगा जिले के एकमी घाट पर, बागमती नदी दरभंगा जिला के हायाघाट व मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया और गंडक नदी का जल स्तर गोपालगंज जिले के डुमरियाघाट में खतरे के निशान से ऊपर दर्ज किया गया.

राज्य के कई हिस्से में बारिश से बुधवार को गंगा और कोसी सहित सात नदियाें का जल स्तर लाल निशान के पार दर्ज किया गया. इसमें बागमती, बूढ़ी गंडक, गंडक, पुनपुन आैर अधवारा नदी भी शामिल हैं. इन सभी नदियों के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.