किसान नेता राकेश टिकैत ने गुजरात में किया ये , देख सरकार के भी उड़े होश

राकेश टिकैत आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के वास्ते गुजरात पहुंचे हैं और उन्होंने राज्य का अपना दो दिवसीय दौरा रविवार को बनासकांठा जिले में मां अंबाजी मंदिर में मत्था टेकने के साथ शुरू किया.

उन्होंने इसके बाद अंबाजी और पालनपुर में समूहों को संबोधित किया. उन्होंने एक सभा में कहा कि कानून व्यापारियों की मदद करने के लिए बनाये गए हैं, किसानों की मदद करने के लिए नहीं.

उन्होंने कहा कि किसानों ने विरोध स्थलों से तब तक नहीं हटने का फैसला किया है जब तब उनकी जीत नहीं हो जाती और यह तब होगी जब उनकी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया जाएगा.

राकेश टिकैत ने इन दावों को रविवार को खारिज किया कि किसान दिल्ली की सीमा पर स्थित प्रदर्शन स्थल छोड़कर चले गए हैं. टिकैत ने कहा कि किसान खेतों में काम करने के लिए गए हैं और जब केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल चुनाव से मुक्त हो जाएगी तो वे लौट आएंगे. साफ है कि दिल्ली में भी किसानों की संख्या आंदोलन स्थल से घट रही है.

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत गुजरात में पहुंचे तो थे किसान आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के लिए लेकिन वो इसमें सफल होते नहीं दिखे क्योंकि कार्यक्रम में लोगों की उपस्थिति ही बेहद कम रही.

किसान आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के लिए राकेश टिकैत लोगों को ये भरोसा दिलाने की कोशिश करते दिखे कि अभी भी दिल्ली की सीमाओं पर किसान हैं लेकिन उनकी कवायद खाली जाती ही दिखी.