EV-कंपनियों ने कस्टमर्स को नहीं लौटाए , ई-स्कूटर के साथ अलग से बेचे थे चार्जर

देश की टॉप-4 इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों ने कस्टमर्स को अब तक 306 करोड़ रुपए रिफंड नहीं किए हैं। इन कंपनियों में ओला इलेक्ट्रिक, एथर एनर्जी, टीवीएस मोटर्स और हीरो मोटोकॉर्प इनमें शामिल हैं।

कंपनियों पर आरोप है कि FAME-II के तहत सब्सिडी क्लेम करने के लिए कंपनियों ने अपने स्कूटर्स की कीमतों को कम रखा, लेकिन चार्जर और सॉफ्टवेयर के नाम पर ग्राहकों से अलग से पैसे लिए। यही नहीं कंपनियां बाद में सॉफ्टवेयर अपडेट के नाम पर भी ग्राहकों से पैसे वसूल रही थीं। सब्सिडी नियम के तहत ये कंपनियां चार्जर का अलग से पेमेंट नहीं ले सकतीं।
अब तक 10 करोड़ रुपए रिफंड कर पाईं कंपनियां
सरकार के नोटिस के बाद चारों कंपनियों ने चार्जर की 100% कीमत वापस करने के लिए ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) इन्फॉर्म किया था, लेकिन अब तक ग्राहकों को 10 करोड़ ही रिफंड किए गए हैं। अब कंपनियों का कहना है कि ग्राहकों की बैंक डिटेल उपलब्ध नहीं होने के चलते रिफंड करने में देर हो रही है।

किन ग्राहकों को मिलेगा रिफंड

फाइनेशियल ईयर 2019-20 से 30 मार्च, 2023 तक ओला S1 प्रो मॉडल खरीदने वाले कस्टमर को कंपनी रिफंड देगी।
मई 2022 से लेकर मार्च 2023 के बीच IQube S खरीदने वाले ग्राहकों को TVS ये पैसा रिफंड के तौर पर देगा।
हीरो मोटोकॉर्प मार्च 2023 तक विडा V1 प्लस और विडा V1 प्रो मॉडल खरीदने वाले कस्टमर्स को चार्जर के पैसे लौटाएगी।

FY24 के लिए 5172 करोड़ रुपए अलॉट
2019 में 10000 करोड़ रुपए के बजट के साथ फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल योजना के सेकेंड फेज (FAME-II) की घोषणा की गई थी। इसके तहत अब तक 3701 करोड़ का इस्तेमाल किया जा चुका है।