देशभर में नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शन में 8 लोगों की हुई मौत

नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शन में देश भर में 8 लोगों की मौत हो गई है। शुक्रवार को अकेले उत्तर प्रदेश में 5 लोगों की मौत हुई। जुमे की नमाज के बाद यूपी के कई जिलों में जमकर बवाल हुआ। इस दौरान बिजनौर में गोली लगने से 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि कानपुर, संभल और फिरोजाबाद में एक-एक लोगों की मौत हो चुकी है।

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान यूपी में कई पुलिसकर्मी भी बुरी तरह जख्मी हो गए हैं।वहीं, गुरुवार को नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान कर्नाटक के मंगलुरु में दो लोगों की मौत हो गई और जबकि लखनऊ एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा।

हालांकि, डीजीपी यूपी ओपी सिंह ने कहा कि कोई भी मौत पुलिस फायरिंग की वजह से नहीं हुई है।शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अचानक यूपी के कई जिलों में बवाल बढ़ गया।

भदोही, बहराइच, अमरोहा, फर्रुखाबाद, गाजियाबाद, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, हापुड़, हाथरस, बुलंदशहर, हमीरपुर और महोबा जिलों में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। कई जगह भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी दागे।लखनऊ और संभल में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद गुरुवार को ऐहतियात के तौर पर इंटरनेट बंद करने का फैसला किया गया था।

शनिवार को यूपी के 21 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यूपी पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी तरह की अफवाह पर ध्यान ना दें, प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। लखनऊ, गाजियाबाद, आगरा, कानपुर, वाराणसी आदि जिलों में इंटरनेट बंद है जबकि गुरुवार को दिल्ली के कुछ इलाकों में भी इंटरनेट बंद था।