कोरोना वायरस के बीच इस देश में आया भूकंप, घरों से निकल कर भागे लोग

भूकंप या जलजला के झटके छोटे से लेकर बड़े हर तरह के असर डालने वाले हो सकते हैं. ये इतने हलके भी हो सकते हैं की इंसान को ऐसा महसूस होगा की उसे चक्कर आ रहा है या फिर इतना भयानक हो सकता है की पूरी जगह को बर्बाद कर के भरी जान और माल का नुक्सान कर सकता है.

 

भूकंप ही एक ऐसी विपदा है जो सबसे ज्यादा घातक विपदा है इसीलिए हर इंसान के लिए इस की जानकारी  का होना बहुत जरुरी है.

आपातकाल संस्था के प्रवक्ता के अनुसार भूकंप में एक 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गयी। भूकंप के कारण हुए नुकसान में कम से कम 11 लोग भी घायल हो गए है .

जिसमें से तेहरान के पचिमी क्षेत्र से पांच और गिलावंद शहर से छह लोग घायल हुए है। प्रवक्ता ने बताया कि भूकंप के झटकों के दौरान किसी सुरक्षित जाने के समय यह लोग घायल हो गए।

भूकंपीय केंद्र ने बताया कि भूकंप केंद्र 35.777 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 52.045 डिग्री पूर्वी देशांतर में जमीन की सतह से सात किलोमीटर की गहराई में स्थित था।

भूकंप के झटकों से तेहरान में भी अफरा-तफरा का माहौल बन गया और लोग अपने घरों से बाहर निकल आये जिसकी वजह से सड़कों पर जाम जैसी स्थिति हो गयी।

ईरान की रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने आधिकारिक आईआरएनए समाचार एजेंसी के हवाले से कहा कि भूकंप के झटके अल्बोर्ज़, क़ोम, क़ज़्विन और मज़ंदरान प्रांत में भी महसूस किया गए।

खाड़ी देश ईरान की राजधानी तेहरान के नजदीक दमावंद शहर में शुक्रवार को आये भूकंप में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गयी।

ईरान के भूकंपीय केंद्र के अनुसार भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 12 बजकर 48 मिनट पर ईरान की राजधानी तेहरान से 69 दूर दमावंद इलाके में आया और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.1 मापी गयी।