करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के दौरान पीएम मोदी ने इमरान को कही यह बड़ी बात

गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्‍य में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करतारपुर कॉरिडोर का औपचारिक रूप से उद्घाटन कर दिया। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को इस कॉरिडोर के निर्माण कार्य को इतने कम समय में कराने के लिए बधाई दी। साथ ही उन्होनें निर्माण कार्य के लिए पंजाब सरकार और काम में लगे मजदूरों को धन्यवाद दिया। इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान के श्रमिक साथियों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इतनी तेजी से अपनी तरफ के कॉरिडोर को पूरा करने में मदद की।

करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पीएम सुबह पंजाब पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। यहां से पीएम बेर साहिब गुरुद्वारा गए थे, जहां उन्होंने मत्था टेका। उद्घाटन के बाद सिख श्रद्धालु गुरुद्वारा दरबार साहिब में खुला दर्शन कर सकेंगे। इससे पहले उन्‍हें करतारपुर साहिब पहुंचने के लिए वीजा लेकर तकरीबन 125 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती थी। यह कॉरिडोर पाकिस्‍तान में पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले में स्थित करतारपुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत में पंजाब के गुरदासपुर जिला स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ेगा।

इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मैं आज देश को करतारपुर साहिब कॉरिडोर समर्पित कर रहा हूं। जैसी अनुभूति आप सभी को कार सेवा के समय होती है, वही, मुझे इस वक्त हो रही है। मैं आप सभी को, पूरे देश को, दुनिया भर में बसे सिख भाई-बहनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

‘मानवता के लिए प्रेरणा पुंज हैं नानक देव’

उन्होनें कहा कि नानक देव जी, सिर्फ सिख पंथ की, भारत की ही धरोहर नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेरणा पुंज हैं। गुरु नानक देव एक गुरु होने के साथ-साथ एक विचार हैं, जीवन का आधार हैं। उन्होंने सीख दी कि धर्म तो आता जाता रहता है लेकिन सत्य मूल्य हमेशा रहते हैं। उन्होंने सीख दी है कि अगर हम मूल्यों पर रह कर काम करते हैं तो समृद्धि स्थायी होती है। करतारपुर के कण-कण में गुरुनानक देव जी के पसीने की महक मिली है। यहां की वाणी में उनकी वाणी की गूंज मिली हुई है।

उद्घाटन समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, अभिनेता और सांसद सनी देओल समेत कई बड़ी और वीवीआईपी हस्तियां शामिल हुईं। कॉरिडोर की सुरक्षा के लिए भारत में सात हजार जवान तैनात किए गए, जबकि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 100 सदस्यों वाला विशेष ‘पर्यटन पुलिस बल’ तैनात किया गया।। कॉरिडोर की सुरक्षा का जिम्मा पाकिस्तानी रेजरों पर है।

श्री करतारपुर साहिब का इतिहास

करतारपुर साहिब, पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है। यह जगह भारतीय सीमा से महज 3 किमी. और लाहौर से करीब 120 किमी. दूर है। सिख इतिहास के अनुसार, गुरु नानक देव जी ने अपनी 4 प्रसिद्ध यात्राओं को पूरा करने के बाद 1522 में करतारपुर साहिब में रहने लगे थे। नानक साहिब ने अपने जीवन काल के अंतिम 17 वर्ष यहीं बिताए थे। पर भारत-पाक के बंटवारे के दौरान श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान में चला गया था। डेरा बाबा नानक से इसकी दूरी महज 1 किलोमीटर की थी। लोग डेरा बाबा नानक से दूरबीन के जरिए पवित्र गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करते थे।