प्रेगनेंसी के दौरान सर्दी-जुखाम की समस्या आपके शिशु पर इस तरह डालती है बुरा प्रभाव

भारत में हर समय मौसम बदलता रहता है। वहीं प्रदूषण की वजह से भी सर्दी, जुकाम, खांसी और एलर्जी होना आम बात है। प्रेगनेंसी में इम्‍यून सिस्‍टम अकसर कमजोर हो जाता है और आप आसानी से संक्रमण की चपेट में आ सकती हैं। अगर आप मां बनने वाली हैं और आपको जुकाम लग जाता है तो गायनेकोलॉजिस्‍ट आपको एंटीबायोटिक लेने की सलाह देंगीं जिससे शिशु पर जुकाम का कोई असर ना पड़े।प्रेगनेंसी में दवाओं के सेवन को लेकर बहुत सावधान रहने की जरूरत होती है। इस समय आप बस विटामिन, कैल्शियम और फोलिक एसिड के सप्‍लीमेंट ले सकती हैं वो भी डॉक्‍टर की सलाह पर। इसके अलावा कोई दवा लेना आपके शिशु पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती है और आपके लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकती है।

अगर प्रेगनेंसी के दौरान आपको जुकाम हो जाता है तो शिशु पर इसके प्रभाव को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। कुछ आसान घरेलू नुस्‍खों से भी आप इस समस्‍या का समाधान कर सकती हैं और घरेलू नुस्‍खे शिशु पर भी गलत असर नहीं डालते हैं। तो चलिए जानते हैं प्रेगनेंसी में जुकाम ठीक करने वाले घरेलू उपायों के बारे में।गले को गर्म पानी से आराम मिलता है। घर पर बने सूप और हर्बल चाय पी सकती हैं। तुलसी, शहद और अदरक की चाय भी बहुत असरकारी होती है। ये गले को आराम पहुंचाकर नाक में जमा कफ को कम करती है।जुकाम का सबसे अच्‍छा उपाय है भाप लेना। एक पैन में गर्म पानी लें और उस पर कुछ दूरी पर अपना मुंह रखकर कपड़े से ढक लें। 10 से 15 मिनट के बीच में ऐसा दो बार करें। नाक बहना बंद हो जाएगा।

गर्भावस्‍था में महिलाओं को बहुत थकान महसूस होती है और जुकाम उन्‍हें और थकाऊ एवं कमजोर बना देता है। आराम और अच्‍छी नींद से आपके शरीर को एनर्जी मिलती है।नमक के गुनगुने पानी से गरारे करने से गले की खराश दूर होती है। ये गले से बलगम को साफ करती है जिससे गले में दर्द और सूजन कम होती है।अगर बंद नाक से परेशान हैं तो सोने से पहले अपने तकिए पर यूकेलिप्‍टस तेल की कुछ बूंदें छिड़क लें और उसे सूंघें। यूकेलिप्‍टस तेल नाक को साफ करने और अच्‍छी नींद लाने में मदद करता है।गले की खराश को दूर करने के लिए बाजार में विक्‍स और स्‍ट्रेप्‍सिल्‍स जैसी कई गोलियां उपलब्‍ध हैं। इन्‍हें मुंह में रखकर चूसें।

हालांकि, इस बात का ध्‍यान रखें कि इनमें कोई दवा मिली नहीं होनी चाहिए।अगर ठंडा मौसम है तो आपको खुद को ढक कर रखना चाहिए। अपने सिर और पैरों को बिलकुल ढक कर रखें। अगर आपको जुकाम के साथ तेज बुखार भी हो जाता है तो कुछ दिनों के अंदर ही उपरोक्‍त उपायों से आप इसे ठीक कर सकते हैं। लेकिन अगर तब भी आराम नहीं मिलता है तो गायनेकोलॉजिस्‍ट से बात करें।अपने शरीर को संक्रमण से दूर रखने के लिए पोषक तत्‍वों से युक्‍त आहार लें।कई चीजों से कफ बनता और बढ़ता है।

ऐसी चीजों से दूर रहें।हर्बल चाय ना सिर्फ गले की खराश में आराम पहुंचाती है बल्कि प्रेगनेंसी में होने वाली थकान को भी दूर करती है। अदरक की चाय, चैमोमाइल की चाय, ग्रीन टी अच्‍छे विकल्‍प हैं।विटामिन सी सप्‍लीमेंट लेने से इम्‍युनिटी बढ़ती है। गायनेकोलॉजिस्‍ट की सलाह पर ही इन्‍हें लें।