दान इंसान की आयु व स्वास्थ्य की रक्षा करने के साथ उसे पहुंचा सकता है ये सभी नुक्सान…

गुप्त दान का महत्व बहुत ज्यादा है। अन्नदान, वस्त्रदान, विद्यादान, अभयदान, धनदान सारे दान इंसान को पुण्य का भागी बनाते हैं। दान से धन, आयु, मान-सम्मान की रक्षा होती है।बस अपने दान को ही याद करते हैं कि ये हमने दान किया परन्तु यह सोच गलत है हमें औरों से क्या-क्या मिल रहा है हमें ये भी याद रखना चाहिए। दान इंसान की आयु व स्वास्थ्य की रक्षा करता है। कहते हैं एक इंसान द्वारा किया गया दान उसकी सात पीढिय़ों तक को अपना लाभ देता है।

दान देने से हर चीज बढ़ती ही है जैसे सूर्य अपनी रोशनी, फूल अपनी खुश्बू, पेड़ अपने फल, नदियां अपना जल देती हैं परन्तु इसके बावजूद ये सभी चीजें कभी कम नहीं होतीं बल्कि निरंतर उनमें वृद्धि ही होती है। दान हम एक रूप में देते हैं परन्तु दान मिलता है वापस हमको अनेकों रूपों में जिसको हम कई बार समझ नहीं पाते या जानबूझ कर समझना ही नहीं चाहते।

दान देने से नवग्रह की पीड़ा से भी मुक्ति मिल जाती है। अलग-अलग वस्तुओं के दान से अलग-अलग परेशानियां दूर होती हैं परन्तु दान करें तो सोचकर ही करें। वेदों में लिखा है कि सैंकड़ों हाथों से कमाएं और हजारों हाथों से दान करें। जिस इंसान को दान करने से खुशी मिलती है उसे ईश्वर की असीम कृपा प्राप्त होती है। दान इंसान को श्रेष्ठ व सत्कर्मी बनाता है।