राष्ट्रपति ट्रंप बुधवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में मीडिया से बात कर रहे थे और इसी दौरान उन्होंने कहा, ‘डब्लूएचओ ने हमें धोखा दिया। जल्द ही हम एक प्रस्ताव लाएंगे लेकिन हम विश्व स्वास्थ्स संगठन से खुश नहीं हैं।’
ट्रंप पहले ही डब्लूएचओ के रोल की जांच शुरू कर चुके हैं। वह कई बार संगठन पर महामारी के दौरान चीन का पक्ष लेने का आरोप लगा चुके हैं। जांच से पहले ही राष्ट्रपति ट्रंप डब्लूएचओ को मिलने वाली आर्थिक मदद बंद कर चुके हैं।
जो जांच अमेरिका ने डब्लूएचओ के खिलाफ शुरू की है उसमें यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि चीन का क्या रोल था और यह वायरस कैसे वुहान शहर से बाहर आया।
मंगलवार को भी ट्रंप ने चीन पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने कोरोना वायरस को शुरुआत में ही रोकने की कोई कोशिश नहीं की और इसकी वजह से ही आज दुनिया के 184 देश नरक में हैं।
ट्रंप का बयान ऐसे समय आया है जब कई अमेरिकी सांसदों ने मांग की है कि अब समय आ गया है जब चीन पर खनिजों और मैन्यूफैक्चरिंग से जुड़ी निर्भरता को कम किया जाए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) पर भड़के हैं। ट्रंप ने कहा है कि हकीकत में डब्लूएचओ, चीन का राजदार है।
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका इस संगठन के लिए अपने प्रस्ताव लेकर आएगा और साथ ही चीन पर भी एक प्रस्ताव होगा। अमेरिका ने संगठन के खिलाफ पहले ही जांच शुरू कर दी है। कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका 61,472 लोगों की मौत हो चुकी है और एक मिलियन से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं।