मेडिकल टेस्ट के नाम टीचरों ने उतारए लडकियों के कपडे, पूछे ऐसे सवाल

आपको बता दें कि वहां महिला ट्रेनी क्लर्क्स को 10-10 के समूहों में निर्वस्त्र खड़ा रहने को कहा गया था। इस दौरान उनकी प्राइवेसी को लेकर भी असंवेदनशीलता दिखाई गई।

एक अधिकारी ने बताया कि जिस कमरे में महिलाओं को ऐसी हालत में रहने का निर्देश दिया गया था, वहां दरवाजा भी ठीक से बंद नहीं किया गया था। कमरे में सिर्फ एक परदा लगा था।

बीते कुछ दिनों गुजरात के अलग अलग इलाकों से महिलाओं के साथ गलत हरकतों की खबर सामने आ रही है. आपको बता दें कि गुजरात के भुज में बीते दिनों एक गर्ल्स हॉस्टल की 68 लड़कियों को माहवारी होने का ‘सबूत’ देने के लिए महिला टीचरों के सामने कपड़े उतारने पड़े थे।

इस घटना के चर्चा में आने के हफ्ते भर बाद सूरत में महिला ट्रेनी क्लर्क्स को निर्वस्त्र कर स्त्री रोग संबंधी जांच करने का मामला सामने आया है।

गौरतलब है कि आरोप है कि इस दौरान अविवाहित महिलाओं से कुछ आपत्तिजनक निजी सवाल भी पूछे। वहीं मामला राज्य सरकार द्वारा संचालित सूरत म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (एसएमसी) के एक अस्पताल का है।