AIIMS के डॉक्टरों ने गृहमंत्री को लिखा पत्र, वजह जानकर कॉप उठे लोग

एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने गृह मंत्री को लिखे पत्र में उन सात मामलों का जिक्र किया है, जहां पर अपनी जिम्मेदारी निभाने के दौरान डॉक्टरों के साथ मारपीट की गई है।

 

इसी के साथ आरडीए ने गृह मंत्री से ‘स्वास्थ्य सेवा कार्मिक और नैदानिक प्रतिष्ठान (हिंसा और संपत्ति को नुकसान का निषेध) विधेयक को लागू करने की भी अपील की है।

बीते सप्ताह दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश हापुड़ जिले में कोरोना ड्यूटी पर जा रहे डॉक्टर से पुलिस द्वारा मारपीट का मामला सामने आया था। पीड़ित डॉक्टरों ने डीएसपी को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी।

मिली जानकारी के मुताबिक, एक डॉक्टर ने पुलिसकर्मियों पर डंडा मारकर डॉक्टर का हाथ तोड़ने का आरोप लगाते हुए पिलखुवा सीओ को तहरीर दी थी।

तो वहीं मुरादाबाद में स्वास्थ्यकर्मियों पर पत्थर बरसाए थे जिसमें डाॅक्टर को गंभीर चोटें आई थी। इससे पहले इंदौर में भी स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला किया था। जहां उन्हें जान बचाकर भागना पड़ा। इन्हीं घटनाओं से रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन खफा है।

तो वहीं दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कोरोना पीड़ित जमाती मरीज ने महिला डॉक्टर को न केवल अपशब्द कहे, बल्कि महिला डॉक्टर के पक्ष में सामने आए पुरुष डॉक्टर से हाथापाई तक की।

इससे भी पहले दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में काम करने वाली दो महिला डॉक्टरों के साथ बदसलूकी और उत्पीड़न का मामला सामने आया था।

दिल्ली के साथ-साथ देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाओं पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।