करवा चौथ पर महिलाए भूल कर भी न करे ये काम , माना जाता है अशुभ

करवा चौथ का त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु व सौभाग्य की कामना के साथ निर्जला व्रत करती हैं। प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत किया जाता है। इस बार करवा चौथ का व्रत 24 अक्टूबर 2021 को किया जाएगा।

इस दिन सुहाग से जुड़ी चीजों यानि श्रंगार का विशेष महत्व माना जाता है। विवाहित महिलाओं के श्रंगार में चूड़ी पहनने का भी अपना एक अलग महत्व होता है। करवा चौथ के दिन महिलाओं को चूड़ी पहनते समय कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि करवा चौथ पर महिलाओं को चूड़ी पहनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किस तरह की चूड़ियां नहीं पहननी चाहिए।

करवा चौथ पर महिलाओं को चूड़ी के रंग को लेकर खास ध्यान रखना चाहिए। करवा चौथ पर काले या फिर सफेद रंग की चूड़ियां भूलकर भी नहीं पहननी चाहिए। यह अशुभ माना जाता है।

मान्यता के अनुसार सुहागिन महिलाओं के किसी अन्य महिला की चूड़ी नहीं पहननी चाहिए, खासतौर पर करवा चौथ के दिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि किसी अन्य महिला की चूड़ी भूलकर भी न पहनें। इससे आपके दांपत्य जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

कांच की चूड़ियों को सुहाग का प्रतीक माना जाता है महिलाओं को करवा चौथ पर प्लास्टिक या फिर धातु की बनी चूड़ियां नहीं पहननी चाहिए।

करवा चौथ पर महिलाओं को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि भूलकर भी इस दिन आपका हाथ खाली न हो। थोड़ी ही सही लेकिन अपने हाथ में चूड़िया अवश्य पहनकर रखें। इस दिन बिना चूड़ी के सूना हाथ रखना बेहद अशुभ माना जाता है।

चूड़िया पहनते समय संख्या का भी ध्यान रखना चाहिए, महिलाएं काम की जल्दबाजी में एक-एक कंगन ही हाथों में पहन लेती हैं लेकिन करवा चौथ पर इस बात का विशेष ध्यान रखें की एक या फिर तीन चूड़ियां न पहनें। चूड़ियों को हमेशा जोड़े में पहनना चाहिए।