दिल्ली हिंसा : जारी हुआ ये बड़ा आदेश, कहा देखते ही मारो…

रविवार को शुरू हुई हिंसा ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, कर्दमपुरी, ब्रह्मपुरी, गोकुलपुरी, भजनपुरा, मौजपुर, बाबरपुर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की सीमा पर मौजूद दिल्ली के सीमापुरी इलाके में गगन सिनेमा के आसपास, करावल नगर, दयालपुर इत्यादि इलाकों को सोमवार तक अपनी चपेट में ले लिया था।

 

इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के हवलदार रतन लाल सहित बुधवार दोपहर करीब 12 बजे तक 19 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी थी।

जबकि शाहदरा जिले के डीसीपी अमित शर्मा (2010 बैच अग्मूटी कैडर आईपीएस) और युवा आईपीएस और गोकुलपुरी सब-डिवीजन के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अनुज सहित 57 से ज्यादा पुलिसकर्मी गंभीर और मामूली रुप से जख्मी हो चुके हैं।

हिंसाग्रस्त इन इलाकों में करीब 150 अन्य लोग भी जख्मी हुए हैं। पुलिसकर्मियों का पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

जबकि अन्य घायलों को दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल सहित अन्य तमाम सरकारी अस्पतालों में दाखिल कराया गया है।

मंगलवार शाम दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली पुलिस प्रवक्ता मंदीप सिंह रंधावा ने बताया था, “अब तक कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।

पकड़े जाने वाले लोगों की संख्या चूंकि धीरे-धीरे लगातार बढ़ रही है। लिहाजा सटीक आंकड़ा अभी उपलब्ध नहीं है। मंगलवार शाम पांच बजे तक अलग-अलग थानों में 11 एफआईआर दर्ज की गई है।”

‘फिलहाल अभी तक न ही तो मौके पर देखते ही गोली मारने के लिखित आदेश हमने जारी किए हैं और न ही कहीं किसी इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है।

हां, अगर जरुरत पड़ी तो हम इनमें से कोई भी कदम उठाने से नहीं चूकेंगे।’ बुधवार को आईएएनएस से विशेष बातचीत के दौरान यह बात पूर्वी परिक्षेत्र (रेंज) के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने कही।

उन्होंने कहा, “फिर भी अगर उपद्रव फैलाने वाले षडयंत्रकारी अगर यह खुद ही सोचते-समझने लगे हैं कि पुलिस उन्हें काबू करने के लिए गोली मारने तक से लेकर कर्फ्यू लगाने तक का कदम उठाने में नहीं हिचकिचायेगी तो बहुत अच्छा है। वे खुद ही संभल सुधर जाएं।”